Lok Sabha elections 2024: लोकसभा और कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं. इस क्रम में विरोधियों को पटखनी देने के लिए भाजपा में भी बैठकों का दौर जारी है.
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Lok Sabha elections 2024: लोकसभा और कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी दल तैयारियों में जुट गए हैं. इस क्रम में विरोधियों को पटखनी देने के लिए भाजपा में भी बैठकों का दौर जारी है. इस क्रम में शनिवार को दिल्ली में भाजपा नेताओं ने बड़ी बैठक का आयोजन किया. दिल्ली भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में बीजेपी संयुक्त मोर्चा और महासचिवों की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए.
बैठक में मोर्चा के 7 अध्यक्ष, 21 महामंत्री, 7 कार्यालय अध्यक्ष सहित सभी प्रभारी महामंत्री विनोद तावड़े, दुष्यंत गौतम शामिल हुए है. जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी शामिल हुए. सूत्रों के मुताबिक बैठक में एक महीने तक चले महाजनसंपर्क अभियान को लेकर फीड बैक भी लिया गया. साथ ही लोकसभा और विधानसभा चुनावों को देखते हुए आगे के रोड मैप पर सभी मोर्चा के पदाधिकारियों से उनका सुझाव भी मांगा गया.
राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने सभी मोर्चा को चुनाव से संबंधित टास्क भी दिया. 2024 लोकसभा चुनाव के लिए बचे हुए समय को दो भागों में बांट कर सघन जन संपर्क, प्रचार अभियान और लाभार्थी संपर्क अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है.
इस बैठक में अल्पसंख्यक मोर्चा जो पहले से ही मोदी मित्र कार्यक्रम के जरिए अल्पसंख्यक समुदाय को पार्टी से जोड़ने का काम कर रही है. उसको ये निर्देश दिया गया है की मुस्लिम समाज के पढ़ें लिखे वर्ग के अलावा कामगार और केंद्रीय योजनाओं के लाभार्थी तक पहुंच कर उनको पार्टी से जोड़े और ऊसकी रिपोर्ट केंद्र को भेजे. संपर्क अभियान में हर घर तक पहुंचकर सरकार के कामकाज को लेकर फॉर्म भरवाने का निर्देश भी दिया गया. सभी मोर्चों को आने वाले तीन महीने में दस लाख परिवारों से संपर्क करने का लक्ष्य दिया गया.
बैठक में 6-7-8 जुलाई को ईस्ट, नॉर्थ और साउथ रीजन में नेताओ के बैठक और उसके एजेंडा पर भी चर्चा की गई. सूत्रों के मुताबिक बैठक के दरमियान सभी मोर्चों का प्रेजेंटेशन हुआ और सभी मोर्चों ने बताया कि 1 महीने के महा जनसंपर्क अभियान में उनकी क्या उपलब्धि है और आगे वह क्या करने वाले हैं. बैठक में ओबीसी मोर्चा अल्पसंख्यक मोर्चा और महिला मोर्चा को अपने-अपने क्षेत्रों में काम करने की विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई.