Firozpur News: सरकारी अधिकारियों ने पंजाब के फिरोजपपुर में जिले में एक फर्जी गांव बनाकर कई योजनाओं की फाइल तैयार कर डाली और इन योजनाओं की आड़ में सरकारी अधिकारियों ने 45 लाख रुपये की रकम डकार लिए. इसका RTI से खुलासा हुआ है.
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Pujnab News: मशहूर कवि अदम गोंडवी का एक शेर है 'तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है. मगर ये आंकड़ें झूठे हैं, ये दावे किताबी हैं.' इस शेर के जरिए अदम गोंडवी ने गांव के विकास के दावों पर सवाल उठाए थे. लेकिन आज के भ्रष्ट बाबूओं का लेवल इससे कहीं ऊपर उठ चुका है. सरकारी बाबुओं ने कवि की कल्पना को भी मात दे दी है. पंजाब के फिरोजपुर में सरकारी बाबुओं ने फाइलों में ही नया गांव बसाकर लाखों का सरकारी फंड अपनी जेब में डाल लिया.
सरकारी अधिकारियों ने गट्टी राजोके और नवां मतलब नई गट्टी राजोके गांव के साथ साथ न्यू गट्टी राजोके गांव की फाइल तैयार कर डाली. न्यू गट्टी राजोके नाम से फर्जी गांव पर 55 योजनाएं भी शुरू की गईं और इन योजनाओं की आड़ में सरकारी अधिकारियों ने 45 लाख रुपये की रकम डकार ली.
हैरानी की बात ये है कि असल गट्टी राजोके के नाम पर सिर्फ 33 विकास योजनाएं शुरू की गईं और असली के मुकाबले फर्जी गांव को ज्यादा सरकारी ग्रांट दिया गया. अब जब मामले का खुलासा हुआ है तो हर कोई हैरान है. बॉर्डर के पास बसे गांव के लोग खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर गांव नवां और न्यू का माजरा क्या है? आइए जानते हैं...
पंजाब के फिरोजपुर का गांव गट्टी राजोके. इंटरनेट पर ढूंढने पर गूगल आपको इस गांव में उतार भी देगा. लेकिन जब गांव के अंदर आप दाखिल होंगे तो एक अनोखा किस्सा एक हैरतअंगेज भ्रष्टाचार की कहानी आपके सामने आएगी. और ये कहानी है...
RTI से फर्जीवारा का खुलासा
पंजाब के फिरोजपुर जिले का. मामला 2013 का है जब सूबे में अकाली-बीजेपी की सरकार थी. सरकारी अधिकारियों ने कागज पर एक फर्जी गांव बसाकर लाखों रुपये का घोटाला कर दिया. 2019 में एक व्यक्ति को इस घोटाले की भनक लगी. और उसने RTI डालकर संबंधित विभाग से जानकारी मांगी. RTI दाखिल करने के लगभग पांच साल बाद अब जाकर उसको जवाब मिला.
जवाब से पता चला कि तत्कालीन अधिकारियों और कर्मचारियों ने कागजों में एक गांव बसा दिया. और उसको नाम दिया न्यू गट्टी राजो. न्यू गांव के नाम पर लाखों का गबन हो गया, लेकिन असल गांव का भी हाल क्या है.
महाघपले की कहानी जानकर पूरा पंजाब हैरान
ZEE न्यूज की टीम ने जब गांव के लोगों से बात की तो गांव वाले भी हैरान रह गए. गांव वालों को गट्टी राजो के और नवां गट्टी राजोके नाम के के बारे में तो पता है. लेकिन न्यू गट्टी राजोके का नाम किसी को नहीं पता. पूरे के पूरे फर्जी गांव का खुलासा होने के बाद अब अधिकारी मामले की जांच की बात कह रहे हैं. और इस महाघपले में शामिल अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की बात कह रहे हैं.
मशहूर लेखक विलियम शेक्सपीयर ने लिखा था कि नाम में क्या रखा है... लेकिन फिरोजपुर के शातिर अधिकारियों ने नवां और न्यू शब्दों के बीच नाम की ऐसी साजिश तैयार कि जिसे सुनकर पूरी फिरजोपुर ही नहीं पूरा पंजाब दंग है.