Congress Demands JPC: पिछले साल की शुरुआत में हिंडनबर्ग के खुलासों के बाद से ही INDIA गठबंधन अडानी समूह के वित्तीय मामलों की जांच के लिए जेपीसी गठित करने की मांग करता आया है.
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Parliament Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र यानी विंटर सेशन की शुरुआत के साथ ही विपक्ष ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यसभा को 27 नवंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. सभापति जगदीप धनकड़ ने कहा कि अब सदन 27 नवंबर को सुबह 11 बजे एक बार फिर बैठेगी.
शीतकालीन सत्र शुरू होने से आज संसद भवन परिसर में इंडिया गठबंधन के सदन के नेताओं की बैठक राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई. बैठक में गठबंधन की लगभग सभी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया और संसद के दोनों सदनों में गठबंधन की रणनीति को लेकर चर्चा की. बैठक में कांग्रेस अडानी समूह के लेन-देन की जेपीसी से जांच कराने की अपनी मांग दोहराती दिखी.
As the Parliament session begins, the first step the government should take is to have a detailed discussion on the Adani saga which has the potential of tarnishing India’s image at the global stage.
This is what the INDIA bloc parties demand today, for the hard earned… pic.twitter.com/f1EW71KfId
— Mallikarjun Kharge (@kharge) November 25, 2024
शीतकालीन सत्र में अडानी का गूंजेगा नाम
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने एक्स पर लिखा कि संसद सत्र शुरू होने के साथ ही सरकार को सबसे पहले अडानी प्रकरण पर विस्तृत चर्चा करनी चाहिए, जिसमें वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने की क्षमता है. आज भारत ब्लॉक की पार्टियाँ यही मांग कर रही हैं, क्योंकि करोड़ों खुदरा निवेशकों की मेहनत की कमाई दांव पर लगी है.
अडानी के मामले में राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने राज्यसभा के माननीय सभापति को पत्र लिखकर आज के निर्धारित कार्य को स्थगित करने की मांग की थी. इस निलंबन से अडानी समूह द्वारा कथित धांधलेबाजी की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन पर चर्चा करने की अनुमति मिलेगी.
LoP in the Rajya Sabha and Congress President Shri @kharge wrote to the Hon. Chairman of the Rajya Sabha, seeking to suspend today's scheduled business.
The suspension would allow for discussion on forming a Joint Parliamentary Committee (JPC) to investigate alleged misconduct… pic.twitter.com/LbT6N1HeoG
— Congress (@INCIndia) November 25, 2024
जेपीसी जां की मांग तेज
हमें इस देश को चलाने के लिए एकाधिकार और कार्टेल की ज़रूरत नहीं है. हमें निजी क्षेत्र में स्वस्थ बाज़ार संचालित प्रतिस्पर्धा की ज़रूरत है, जो समान अवसर, रोज़गार और धन के समान वितरण की सुविधा प्रदान करे, जो भारत की अंतर्निहित उद्यमशीलता की भावना को पूरा करे. इससे पहले जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था, ‘न्यूयॉर्क के पूर्वी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय द्वारा गौतम अडानी और उनसे जुड़े अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाना, उस मांग को सही ठहराता है जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जनवरी, 2023 से विभिन्न ‘मोदानी’ घोटालों की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच के लिए कर रही है.’
जानें कौन -कौन लोग कर रहे अडानी पर जेपीसी की मांग
इस बैठक में लोकसभा में द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के टी एस बालू, आरएसपी के प्रेमचंद्रन कांग्रेस के कैसी वेणुगोपाल, प्रमोद तिवारी सहित कई नेता मौजूद थे. बैठक में द्रमुक के त्रुची शिवा, कनिमोझी, सौगात राय तृणमूल , आम आदमी पार्टी (आप) के राघव चड्डा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जॉन ब्रिटास भी मौजूद थे.
शीतकालील सत्र में पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी पार्टियों को खरी-खोटी सुनाई. कांग्रेस मणिपुर हिंसा, संभल में हिंसा और दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर चर्चा करने पर अड़ी हुई है. केंद्र सरकार इसके लिए इतनी आसानी से राजी नहीं होगी. हालांकि सरकार ने रविवार को कहा कि दोनों सदनों की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी चर्चा कर मुद्दों पर निर्णय लेगी. उधर, मणिपुर हिंसा के कारण भी विपक्ष सरकार पर दबाव बनाने की कोशिशों में लगा है. सरकार ने सभी दलों से संसद सत्र के सुचारू संचालन का अनुरोध किया है. संसद के विंटर सेशन में विवादास्पद वक्फ (संशोधन) बिल से लेकर मणिपुर हिंसा को देखते हुए काफी ज्यादा हंगामा संभव जताई जा रही है.