Uttarakhand: वाकई! BJP नेता के रिश्तेदारों की शिक्षा विभाग की नियुक्ति में बल्ले-बल्ले?
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Uttarakhand: वाकई! BJP नेता के रिश्तेदारों की शिक्षा विभाग की नियुक्ति में बल्ले-बल्ले?

Uttarakhand News: शिक्षा विभाग भर्ती में घोटाले को लेकर लगातार मामला बढ़ता जा रहा है. सोशल मीडिया पर ये लिस्ट वायरल होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बाजपुर में पूर्व शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका. इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच पुतला फूंकने को लेकर झड़प भी हुई.

Uttarakhand: वाकई! BJP नेता के रिश्तेदारों की शिक्षा विभाग की नियुक्ति में बल्ले-बल्ले?

विजय आहूजा/उधमसिंहनगर: शिक्षा विभाग भर्ती में घोटाले को लेकर लगातार मामला बढ़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. पूर्व शिक्षा मंत्री और गदरपुर विधायक अरविंद पांडे के रिश्तेदारों की शिक्षा विभाग में भर्ती की सूची पर घमासान मचा हुआ है. सोशल मीडिया पर ये लिस्ट वायरल होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बाजपुर में पूर्व शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका. हालांकि, इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच पुतला फूंकने को लेकर झड़प भी हुई.

वाकई रिश्तेदारों की हुई बैक डोर एंट्री?
आपको बता दें कि उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले को लेकर विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं. आरोप है कि गदरपुर के भाजपा विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने अपने रिश्तेदारों को बैक डोर से शिक्षा विभाग में भर्ती कराया. इसकी सूची सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. इस सूची के वायरल होने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक अरविंद पांडे और धामी सरकार को इस मामले पर घेरना शुरू कर दिया है.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाकर किया विरोध
आपको बता दें कि इसके चलते बाजपुर में कांग्रेस के लोगों ने पूर्व शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनका पुतला भी फूंका. पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पुतले को छीनने का प्रयास किया, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस की एक न सुनी. जिसके बाद उन्होंने आरोपी विधायक के पुतले को आग के हवाले कर दिया.

पुलिस और कांग्रेसजनों के बीच हुई नोकझोंक
इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष गुरजीत सिंह ने कहा कि जो सूची वायरल हो रही है, उसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को उत्तराखंड में नौकरी दी जा रही है, जबकि बाजपुर और उत्तराखंड के युवा नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. वहीं, आपको बता दें कि जी मीडिया सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ऐसी किसी भी सूची की पुष्टि नहीं करता है.

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