Uttarkashi News: 28 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा का दौरा करने वाले हैं. जिसको लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही है. इस दौरान जहां देहरादून में पीएम मोदी 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करेंगे. पढ़िए
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Uttarkashi News,हेमकांत नौटियाल/उत्तरकाशी: 28 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी उत्तरकाशी आने वाले हैं. यहां मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखवा (मुखीमठ) का दौरा प्रस्तावित है. पीएम के दौरे को लेकर जिला प्रशासन समेत राज्य स्तर पर तैयारियां जोरों पर है. गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने इसकी जानकारी दी है. उनका कहना है कि मां गंगा के मायके शीतकालीन प्रवास में मुखवा (मुखीमठ) शीतकालीन यात्रा को ज्यादा प्रमोटेड और वाइब्रेट विलेज योजना का भी निरीक्षण करेंगे. पीएम के दौरे को लेकर अपर सचिव पर्यटन अभिषेक रुहेला मुखवा पहुंचे और तैयारियों जायजा लिया.
शीतकालीन प्रवास स्थलों का दर्शन
पीएम नरेंद्र मोदी चारधाम यात्रा के शीतकालीन प्रवास स्थलों का दर्शन करने जा सकते हैं, जिसको देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित विभाग की अधिकारियों को व्यवस्थाएं मुकम्मल करने के निर्देश हैं. हालांकि, अभी पीएम मोदी का शीतकालीन प्रवास स्थल पर जाने का कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन अधिकारियों में जुट गए हैं. हाल में सीएम धामी चारधाम के शीतकालीन प्रवास स्थलों में से एक ओंकारेश्वर का दर्शन करने गए थे. तभी सीएम धामी ने भक्तों से शीतकालीन चारधाम यात्रा पर आने की अपील की थी.
पीएम मोदी का आएंगे उत्तरकाशी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 24,711 श्रद्धालु चारधाम शीतकालीन यात्रा पर आ चुके है. वहीं सीएम धामी ने बीते दिनों दिल्ली में जब पीएम मोदी से मुलाकात की थी तो उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से शीतकालिक प्रवास स्थल का दर्शन करने का आग्रह किया था. माना जा रहा है कि 28 जनवरी को पीएम मोदी उत्तराखंड दौरे के दौरान किसी एक प्रवास स्थल का दर्शन कर सकते है, जिसके लिए सीएम ने तैयारियां करने के निर्देश दिए है. सीएम धामी राष्ट्रीय खेलों की तैयारी को लेकर भी खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं.
मुखबा गांव का इतिहास
मुखबा गांव उत्तराखंड के हरसिल में है. यह गंगोत्री मंदिर के पास स्थित है. मुखबा गांव का नाम प्रसिद्ध मंदिर मुखबा के नाम पर पड़ा है. मुखबा मंदिर में सर्दियों के दौरान देवी गंगा की मूर्ति स्थापित की जाती है. मुखबा गांव को मां गंगा का मायका कहा जाता है. गांव के लोग देवी गंगा की पूजा-अर्चना करते हैं और अनुष्ठान करते हैं. मुखबा गांव के मंदिर के पुजारी गंगोत्री मंदिर के भी पुजारी होते हैं. दिवाली के बाद गंगोत्री धाम से देवी गंगा की मूर्ति को मुखबा मंदिर लाया जाता है. सर्दियों के दौरान गंगोत्री धाम में बहुत ज्यादा बर्फ गिरती है, इसलिए मूर्ति को मुखबा मंदिर लाया जाता है. वसंत ऋतु में मूर्ति को फिर से गंगोत्री मंदिर में ले जाया जाता है. हरसिल से मोटर वाहन से मुखबा पहुंचा जा सकता है. धराली से पैदल यात्रा करके भी मुखबा पहुंचा जा सकता है.
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