Rajbhar Sena: पहले बीजेपी फिर सपा और अब एक बार फिर बीजेपी के साथ गठबंधन में शामिल ओम प्रकाश राजभर के सियासी विरोध में राजभर समाज के नेता आगे आ रहे हैं. समाजवादी पार्टी इसे एक बड़ा मौका मान रही है. आइए जानते हैं क्या है सपा की रणनीति
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नितीश पांडे/लखनऊ: सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए का दामन थाम लिया है. जाहिर है इससे समाजवादी पार्टी गठबंधन को झटका लगेगा. ऐसे में समाजवादी पार्टी ने राजभर का जवाब देने के लिए महाप्लान तैयार कर लिया है. इस प्लान के तहत ओमप्रकाश राजभर के प्रभाव वाले जिलों में राजभर नेता खड़े किए जाएंगे. इस रणनीति के तहत राजभर समाज से ही 'राजभर' को मात दी जाएगी. सपा की राजभर सेना का मसौदा तैयार है. यहां तक की बलिया, आजमगढ़ और मऊ में जिलाध्यक्ष राजभर समाज का बना दिया गया है. इसके साथ ही अन्य पड़ोसी जिले जिसमे गाजीपुर शामिल है. इन सबमे विभिन्न पदों पर राजभर नेता बैठाए जाएंगे. सपा की 'राजभर सेना' जाति जनगणना आरक्षण के मुद्दे पर आवाज बुलंद करेगी और ओपी राजभर का विरोध करके सपाई राजभर तैयार करेगी लेकिन देखना ये होगा कि जमीन पर सपा का राजभर प्लान कितना सफल होता है?
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए समाजवादी पार्टी ने उन्हें राजभर समाज के पीठ में छुरा भोंकने वाला बताया. नवनियुक्त पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष गुलाब राजभर व सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव सोमनाथ राजभर का स्वागत किया गया. दोनों नेताओं ने कहा कि सपा ही पिछड़ों के हितों की रक्षा कर सकती है. आरोप लगाया कि ''भाजपा सरकार में राजभर समाज उपेक्षा का शिकार हुआ है. थानों, तहसील व अन्य सरकारी दफ्तरों में घोर भ्रष्टाचार व्याप्त है. बिना सुविधा शुल्क के कोई काम नहीं होता.''
''ओमप्रकाश राजभर जनता को धोखा दे रहे''
सोमनाथ राजभर ने आरोप लगाया कि ''भाजपा पिछड़ों को हमेशा वोट के समय में इस्तेमाल कर कार्य सवर्णों का करती है.आरक्षण को खत्म करने का काम कर रही है. अब सपा ही पिछड़ों की रक्षा कर सकती है. सदस्य राष्ट्रीय कार्यसमिति डॉ. रामदुलार राजभर ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर आम जनता को धोखा दे रहे हैं.''
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विधायक बेचई सरोज ने आरोप मढ़ा कि ''बीजेपी गरीबों, पिछड़ों दलितों एवं अल्पसंख्यकों का शोषण कर रही है. निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि ''भाजपा में धर्म, जाति, भाषा और क्षेत्रीयता के नाम पर लोगों के बीच में नफरत का बीज बोकर लड़ाने का कार्य कर रही है.'' निवर्तमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि ''महिलाओं की सरेआम इज्जत लूटी जा रही है. मणिपुर की घटना की जितनी निंदा की जाए वह कम है. ''
बहरहाल अब ये देखना दिलचस्प है कि ओम प्रकाश राजभर के बीजेपी में शामिल होने के बाद सपा का डैमेज कंट्रोल कितना कारगर होता है. हालांकि जिस तरह राजभर समाज के लोग ओपी राजभर को लेकर सपा के साथ सियासी जुगलबंदी कर रहे हैं, उससे ओपी राजभर की राह भी आसान नहीं होगी.
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