Milkipur By Eelection 2025: मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर नामांकन पत्रों की जांच की गई. शनिवार को चार निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकर रद्द कर दिए गए. इसके बाद बीजेपी-सपा के सहित 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. फलोदी सट्टा बाजार ने भी भविष्यवाणी कर दी है.....
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Phalodi Satta Bazar: अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर चार निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकर रद्द कर दिए गए हैं. ऐसे में अब 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी और सपा दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं. इस बीच फलोदी सट्टा बाजार ने भी चौंकाने वाली भविष्यवाणी कर दी है. तो आइये देखते हैं फलोदी सट्टा बाजार में मिल्कीपुर कौन जीत रहा है.
मिल्कीपुर में 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए 14 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था. शनिवार को तकनीकी खराबी के चलते चार निर्दलीय प्रत्याशियों के नामांकन रद्द कर दिए. वहीं, बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान और सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद समेत 10 प्रत्याशियों के नामांकन वैध पाए गए हैं. नामांकन समाप्त होते ही फलोदी सट्टा बाजार ने भी भविष्यवाणी कर दी है.
फलौदी सट्टा बाजार में क्या?
फलोदी सट्टा बाजार के मुताबिक, बीजेपी और सपा दोनों के लिए मिल्कीपुर सीट प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है. मिल्कीपुर में आजाद समाज पार्टी की एंट्री के बाद यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है. बीजेपी के चंद्रभान पासवान और सपा के अजीत प्रसाद के सामने चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी ने सूरज चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है. चंद्रशेखर आजाद ने सूरज चौधरी को प्रत्याशी बनाकर सपा और बीजेपी दोनों का खेल बिगाड़ दिया है.
आजाद समाज पार्टी की एंट्री से बिगड़ा खेल
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आजाद समाज पार्टी के सूरज चौधरी, सपा सांसद अवधेश प्रसाद के करीबी रह चुके हैं. पहले समाजवादी पार्टी के बड़े चेहरों में शामिल थे, लेकिन हाल ही में उन्होंने 500 समर्थकों के साथ सपा छोड़कर आजाद समाज पार्टी से जुड़ गए थे. ऐसे में उनके चुनाव लड़ने से सपा को नुकसान हो सकता है. फलौदी सट्टा मार्केट के मुताबिक, मिल्कीपुर उपचुनाव में कांग्रेस और बसपा के चुनाव न लड़ने से सपा और बीजेपी के प्रत्याशियों से निराश मतदाता आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन कर सकते हैं.
मिल्कीपुर में दलित वोटर निर्णायक
बता दें कि मिल्कीपुर में पांच फरवरी को मतदान होगा. 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. मिल्कीपुर में कुल लगभग 3.62 लाख मतदाता हैं. इसमें से 1 लाख, 60 हजार दलित मतदाता हैं, जो मिल्कीपुर उपचुनाव में बड़ा उलटफेर कर सकते हैं. सपा से अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हो गई थी. अब सपा ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद पर दांव लगाया है.
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