Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति लड्डू: इंडिपेंडेंट SIT और CBI; 5 प्वाइंट में जानिए SC में अब तक क्या हुआ?
Advertisement
trendingNow12458681

Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति लड्डू: इंडिपेंडेंट SIT और CBI; 5 प्वाइंट में जानिए SC में अब तक क्या हुआ?

Supreme Court news: सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश के तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में विराजमान भगवान श्री हरि विष्णु के प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं के निर्माण में पशुओं की चर्बी वाले घी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए एक नई स्वतंत्र SIT गठित करने का आदेश दिया है.

Tirupati Laddu Controversy: तिरुपति लड्डू: इंडिपेंडेंट SIT और CBI; 5 प्वाइंट में जानिए SC में अब तक क्या हुआ?

Tirupati laddu news: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आंध्र प्रदेश के तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं के निर्माण में पशुओं की चर्बी वाले घी के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए एक नई स्वतंत्र SIT गठित करने का आदेश दिया है. 'सुप्रीम' आदेश में साफ-साफ लिखा है कि इस स्वतंत्र SIT में CBI के दो अधिकारी, आंध्र प्रदेश पुलिस के 2 अफसर और FSSAI के एक वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे.  जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने यह फैसला सुनाया.

1. सीबीआई चीफ करेंगे निगरानी

आपको बताते चलें कि ये पूरी जांच जब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंचेगी, SIT के डेली वर्क यानी रुटीन जांच के डे बाई डे एक्शन की रुटीन निगरानी, स्वयं सीबीआई (CBI) के निदेशक करेंगे. जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने यह फैसला सुनाया.

ये भी पढ़ें- वो 'मोहरे' जिनके दम पर मिडिल ईस्ट की तीसरी सबसे बड़ी हस्ती बने खामनेई, अब क्या करेगा इजरायल?

सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से पूछा था कि क्या राज्य सरकार की SIT काफी है या फिर किसी स्वतंत्र एजेंसी को जांच सौंपी जानी चाहिए? एसजी तुषार मेहता ने केंद्र सरकार की तरफ से कहा कि राज्य की जांच पर हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन इसे निगरानी के लिए केंद्रीय नेतृत्व को सौप दिया जाना चाहिए.

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने आंध्र प्रदेश सरकार की एसआईटी जांच का बचाव किया, कहा- मैंने मुद्दे की जांच की है. एक बात स्पष्ट है कि यदि इस आरोप में सच्चाई का कोई अंश है तो यह अस्वीकार्य है. मुझे एसआईटी के सदस्यों के खिलाफ कुछ नहीं मिला. मैंने वर्तमान SIT के खिलाफ कुछ भी दायर नहीं किया है, लेकिन इसे रहने दीजिए.

2. अब राज्य सरकार की ओर से गठित SIT के बजाए ये नई SIT जांच करेगी.

कोर्ट ने कहा - वो नहीं चाहता कि ये मसला सियासी ड्रामा में तब्दील हो. मसला करोड़ो लोगों की आस्था से जुड़ा है. इसलिए स्वतंत्र SIT की जांच का आदेश दिया जाता है.

3. TDP ने किया SC के फैसले का स्वागत

आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) ने तिरुपति लड्डू बनाने में पशु चर्बी के इस्तेमाल संबंधी आरोपों की जांच के लिए एक स्वतंत्र विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का शुक्रवार को स्वागत किया. तेदेपा प्रवक्ता पट्टाभिराम कोम्मारेड्डी ने कहा कि राज्य सरकार का इरादा सच्चाई सामने लाना और उन दोषियों को सजा देना है जिन्होंने भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के करोड़ों भक्तों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है.

तेदेपा प्रवक्ता ने कहा, ‘हम उच्चतम न्यायालय के निर्देश का स्वागत करते हैं. हमें इससे कोई परेशानी नहीं है. दुनिया भर के करोड़ों हिंदू मांग कर रहे हैं कि उन लोगों (दोषियों) को सलाखों के पीछे डाला जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए क्योंकि उन्होंने उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है.’

4. TTD अब गाय का शुद्ध घी खरीद रहा

एसआईटी की जांच समयबद्ध होगी. अब तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर मंदिर का आधिकारिक संरक्षक तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) गाय का शुद्ध घी खरीद रहा है और राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) सामग्री में किसी तरह की मिलावट की जांच के लिए तिरुमला में एक प्रयोगशाला स्थापित करने वाला है.

5. सीएम ने लगाया था आरोप

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस महीने की शुरुआत में आरोप लगाया था कि राज्य में वाई एस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के दौरान तिरुपति मंदिर के लड्डू तैयार करने में पशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था. इससे बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया.

ये भी पढ़ें- वर्दी में छेद करवा कैदियों के साथ सेक्स करती थी जेलर, 7 महीने के लिए गई जेल

Trending news