Trending Quiz: राजस्थान की अपनी अलग संस्कृति और अपनी अलग पहचान है. यहां का खान पान, वेशभूषा और परंपराएं हमेशा से लोगों को आकर्षित करती रही है. ऐसी ही राजस्थान की बोली भी है, जिसकी अपनी मिठास है. तो चलिए आज बात करते हैं. इसी मिठास की और देखते हैं कि आप अपनी भाषा की कितनी समझ रखते हैं.
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Trending Quiz: राजस्थान की अपनी अलग संस्कृति और अपनी अलग पहचान है. यहां का खान पान, वेशभूषा और परंपराएं हमेशा से लोगों को आकर्षित करती रही है. ऐसी ही राजस्थान की बोली भी है, जिसकी अपनी मिठास है. तो चलिए आज बात करते हैं. इसी मिठास की और देखते हैं कि आप अपनी भाषा की कितनी समझ रखते हैं.
सवाल-इस कहावत -कदे न रांड्या रण चढ्या, कदे न बाजी जंग- का मतलब क्या है ?
जवाब-इस राजस्थानी कहावत का अर्थ है कि कायर पुरुष कभी भी साहसपूर्ण काम नहीं कर सकता है.
सवाल- राजस्थानी कहावत -ओछा की प्रीत कटारी को मरबो-का क्या अर्थ है ?
जवाब- इस कहावत का मतलब है कि ओछे आदमी यानि की निष्कृष्ट के साथ होना या फिर कटारी यानि की चाकू से मरना एक समान है
सवाल-राजस्थानी में -कबूतर नै कुवो ही दीखै - का क्या मतलब होता है ?
जवाब- इसका मतलब है कि हर किसी को वो ही लक्ष्य दिखता है जिसमें उसका स्वार्थ छिपा होता है.
सवाल-राजस्थानी में - कांदे वाला छिलका है, ऊंची दे जितणी ही बास आवै- कहावत का क्या मतलब है ?
जवाब- इस कहावत का मतलब है कि बुराई को जितने पास से देख लोगे, उतनी ही ज्यादा बुराई दिखाई देगी.
सवाल-राजस्थान के लोग -और सब सांग आ ज्यायं, बोरै वालो सांग कोन्या आवै - कब बोलते हैं ?
जवाब- इस राजस्थानी कहावत का मतलब है कि गरीब कभी अमीन होने का दिखावा नहीं कर सकता है.
सवाल- राजस्थान में--काला कनै बैठ्यां काला लागै- के क्या मायने हैं ?
जवाब-इस कहावत का अर्थ है कि बुरी संगत में रहोगे और बुरे आदमी के साथ बैठोगे तो कलंक ही लगेगा.