प्रदेश के 67 लाख बच्चों को प्रदेश सरकार की बड़ी सौगात, सीएम गहलोत ने दो योजनाओं का किया शुभारंभ
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प्रदेश के 67 लाख बच्चों को प्रदेश सरकार की बड़ी सौगात, सीएम गहलोत ने दो योजनाओं का किया शुभारंभ

Bal Gopal Milk Scheme: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने कहा कि ये मात्र योजनाएं नहीं है, ये नेतृत्व की पकड़ को बंया करती है.

प्रदेश के 67 लाख बच्चों को प्रदेश सरकार की बड़ी सौगात, सीएम गहलोत ने दो योजनाओं का किया शुभारंभ

Jaipur:मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री आवास से आज दो महत्वपूर्ण योजनाओं का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज सीएमआर से मुख्यमंत्री बाल गोपाल दूध योजना और मुख्यमंत्री निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना का शुभारंभ किया. प्रदेश की सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक पढ़ने वाले करीब 67 लाख से ज्यादा बच्चों को सप्ताह में दो दिन दूध वितरण और दो यूनिफॉर्म वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया,

इस दौरान सीएमआर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य सचिव ऊषा शर्मा, शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला, शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान, समग्र शिक्षा अभियान निदेशक मोहन लाल यादव, माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.

मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत राजकीय स्कूलों, मदरसों, विशेष प्रशिक्षण केंद्रों के कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थियों को सप्ताह में दो दिन मंगलवार और शुक्रवार को पाउडर मिल्क से तैयार दूध वितरण किया जाएगा.इसके लिए सरकार ने 476.44 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान किया गया था. योजना के तहत पहली कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चों को 50 ग्राम मिल्क पाउडर से 150 मिलीलीटर दूध तैयार करके,साथ ही कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों को 20 ग्राम मिल्क पाउडर से 200 मिलीलीटर दूध तैयार करके सप्ताह में दो बार दिया जाएगा.

इसके साथ ही मुख्यमंत्री निशुल्क यूनिफॉर्म योजना के तहत कक्षा 1 से 8वीं तक के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे सभी विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म के दो सेट निशुल्क दिए जाएंगे.इसके साथ ही इन यूनिफॉर्म की सिलाई के लिए विद्यार्थियों के खातों में 200 रुपये भी सरकार की ओर से दिए जाएंगे.इन दोनों की योजनाओं का लाभ प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8वीं तक पढ़ने वाले करीब 67 लाख 58 हजार बच्चों को मिलेगा.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ने कहा कि "आज 2 योजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है, दोनों योजनाएं सरकार के विजन को दर्शाती हैं,67 लाख से ज्यादा बच्चों इन दोनों योजनाओं का लाभ मिलेगा,, यूनिफॉर्म के कपड़े के साथ ही सिलाई की राशि भी दी जा रही है,,,सरकारी स्कूलों के बच्चों को यूनिफॉर्म से अच्छी भावना आएगी,,,दूध वितरण योजना की घोषणा भी मुख्यमंत्री ने बजट में कई थी."

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने कहा कि "ये मात्र योजनाएं नहीं है, ये नेतृत्व की पकड़ को बंया करती है.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हमेशा शिक्षा के विकास पर जोर दिया. जिस रंग की यूनिफॉर्म दी जा रही है वो सरकारी और निजी स्कूलों का अंतर खत्म करेगी.अब यूनिफॉर्म को लेकर होने वाली हीन भावना भी नहीं आएगी.दूध वितरण योजना में हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखा गया है.बच्चों के स्वास्थ्य और पौष्टिक आहार को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से दूध वितरण योजना शुरू की गई है."

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि "मुख्यमंत्री हमेशा शिक्षा और चिकित्सा के लिए प्राथमिकता से कार्य करते हैं.शिक्षा के क्षेत्र में हाल ही में अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलना बड़ा फैसला रहा है. अब निजी शिक्षण संस्थानों से सरकारी स्कूल सीधी टक्कर ले रहे हैं.प्री प्राइमरी अंग्रेजी एजुकेशन की शुरुआत को लेकर भी लोगों में उत्साह है. पिछले 4 सालों में राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ा है.गुणवत्तापूर्ण और बेहतर शिक्षा देने के लिए हर संभव प्रयास किए गए. पिछले दिनों देखने में आया की स्कूली बच्चे पब्जी खेल खेलते मौत का शिकार हो गए हैं .उनको इस लत से हटाने के लिए सरकारी स्कूलों में चैस खेलने की शुरुआत की गई.''

उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों में सरकारी स्कूलों में 19 लाख नामांकन बढ़ा है.पहले गांव में इस प्रकार की कोई निजी व्यवस्था नहीं थी.अगर शहरों में निजी शिक्षण स्कूलों में ऐसी व्यवस्था थी तो वहां 25 से 30 हजार फीस थीलेकिन अब सरकार की ओर से यह सब कुछ निशुल्क दिया जा रहा है. इसके साथ ही सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए दूध वितरण योजना की घोषणा की.सप्ताह में 2 दिन तक सरकारी स्कूलों में दूध वितरण किया जाएगा.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि "हमारा देश अनेकता में एकता वाला देश है.आज दो महत्वपूर्ण योजना की शुरूआत की गई है.ये दोनों ही घोषणाएं बजट में की गई थी और दोनों योजनाओं का एक साथ शुभारंभ होना अच्छी बात है.यूनिफॉर्म की सिलाई के लिए सरकार 200 रुपये भी दे रही है लेकिन मैं जानता हूं की 200 रुपये में दो यूनिफॉर्म की सिलाई नहीं हो सकती है लेकिन अभिभावकों से कहना चाहता हूं की कुछ खर्चा हम करते हैं और कुछ आप करो. हमारी कोशिश रहेगी की अगली बार ड्रेस सिली हुई दी जाए. हमने शुरू से ही शिक्षा और चिकित्सा पर जोर दिया है. बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य के साथ ही अच्छी शिक्षा मिले इस विजन के साथ आगे बढ़ते हैं."

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