Rajasthan news: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने नए कार्यकर्ताओं को अपने साथ जोड़ना शुरू कर दिया है. रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स और कांग्रेस-माकपा छोड़ नेता अब कमल खिलाने में लगेंगे, 17 जनों की बीजेपी ज्वॉइन की है.
Trending Photos
Rajasthan news: राजस्थान कांग्रेस सहित कई पार्टियों के नेताओं के साथ ही रिटायर्ड ब्यूरोक्रेट्स ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. पार्टी प्रदेश कार्यालय में शनिवार को 17 नेताओं ने बीजेपी का कमल थाम लिया.इन्होंने बिना शर्त बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करना बताया,लेकिन सूत्रों का कहना है कि इनमें कई ने टिकट की उम्मीद के साथ बीजेपी का दामन पकड़ा है.
बीजेपी में लोगों को पार्टी में शामिल करने का सिलसिला जारी है. शनिवार को प्रदेश कार्यालय में 17 नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. इन्हें प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने दुप्पटा पहनाकर बीजेपी जॉइन करवाई.
इस दौरान पार्टी ज्वॉइन करने वालों ने कहा कि वो बिना शर्त पार्टी की रीति नीति,सिद्धांतों तथा पीए मोदी के काम से प्रभावित होकर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है. इनमें किसी के पिता पूर्व मंत्री रह चुके तो कुछ नेता पूर्व में लोकसभा और विधानसभा खुद चुनाव लड़ चुके हैं. सदस्यता ग्रहण करने वालों में रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस शामिल हैं.
नेताओं के साथ रिटायर्ड IAS और IPS अधिकारियों ने भी बीजेपी जॉइन की. इनमें पूर्व आईपीएस जसवंत सम्पतराम ने बीजेपी जॉइन की. इनके पिता 6 बार विधायक और मोहनलाल सुखाड़िया व भैरों सिंह शेखावत सरकार में मंत्री भी रहे हैं. वर्ष 1993 से 98 तक जनता के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. पूर्व विधायक सुरेश चौधरी के भाई पूर्व आईएएस डॉ सत्यपाल सिंह, पूर्व IAS मनोज शर्मा, सेवानिवृत्त अतिरिक्त आयुक्त दिनेश रंगा, रिटायर्ड मुख्य आयकर आयुक्त ने पार्टी जॉइन की.
धौलपुर से पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ. शिवचरण कुशवाहा,अनूपगढ़ से 2008 में माकपा विधायक रहे. 2013 और 2018 में माकपा प्रत्याशी रहे पवन दुग्गल व पवन की पत्नी और अनूपगढ़ की पूर्व प्रधान रानी दुग्गल तथा माकपा से जिला परिषद सदस्य रहे विष्णु भांभू ने पाला बदलकर बीजेपी ज्वॉइनिंग कर ली. बसपा से सिकराय से चुनाव लड़ने वाले लल्लूराम बैरवा कमल के साथ आ गए.
वर्ष 2004 में बांसवाड़ा से सांसद रहे धनसिंह रावत की घर वापसी हुई है. वर्ष 2018 में राजाखेड़ा से बीजेपी विधायक रहे रविंद्र सिंह बोहरा ने घर वापसी की. हालांकि बोहरा अभी कांग्रेस के सदस्य हैं. वर्ष 2013 में राजाखेड़ा से बीजेपी प्रत्याशी रहे विवेक सिंह की घर वापसी हुई है,हालांकि विवेक अभी कांग्रेस के सदस्य हैं वहीं पूर्व भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष डीडी कुमावत की घर वापसी हुई.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि ये सभी लोग पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यों में विश्वास करते हैं. जिन लोगों ने आज पार्टी ज्वाइन की है,वे अपने अपने क्षेत्रों में काम करते रहे हैं. ‘आज नेता लूट और झूठ की सरकार छोड़ कर भाजपा में आए हैं’.भाजपा गरीब कल्याण के लिए काम करती है. ये सभी लोग बिना शर्त कमल खिलाने के लिए पार्टी में आए हैं.
नेता पतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि झूठ और लूट की सरकार है वर्तमान सरकार है. सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. राजस्थान में डबल इंजन की सरकार बनानी है. राठौड़ ने एक अगस्त को आयोजित महाघेराव में ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ पहुंचने का आह्वान किया.प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है,समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भाजपा को ज्वाइन किया है.
राजस्थान भाजपा का परिवार और बढ़ गया है यह खुशी की बात है. राजस्थान में गहलोत सरकार आई है तब से महिला अत्याचार के मामले बढ़ गए हैं. गहलोत अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं राजस्थान में विकास अवरूद्ध हो गया,आपकी ज्वॉइनिंग से लगने लगा है कि हवा कमल के पक्ष में चल रही है. हम सब मिलाकर गहलोत सरकार के खिलाफ लड़ेंगे और वर्ष 2023 में प्रदेश में कमल खिलाएंगे.राजेंद्र गुढा ने कहा कि राजस्थान में महिलाएं असुरक्षित है, सीएम गहलोत ने सच बात कहने पर अपने नेता को बर्खास्त कर दिया.
जसवंत सम्पंतराम ने कहा बीजेपी पार्टी मेरे लिए नई नहीं है। मेरे पिताजी भैरों सिंह सरकार में दो बार मंत्री रहे. आज विश्व की सबसे बड़ी पार्टी से जुड़कर समाज की और बेहतर सेवा कर सकूंगा.लल्लूराम बैरवा ने कहा कि अंबेडकर के बाद देश को दलित वर्ग से कानून मंत्री बीजेपी सरकार से मिले हैं. ऐसे में प्रदेश में कमल खिलाने का काम करेंगे.
रिटायर्ड अधिकारी के आर मेघवाल ने कहा कि तनमन धन से पार्टी का सहयोग करेंगे करेंगे. रिटार्यड आईएएस मनोज शर्मा ने कहा कि सिद्धांतों की पार्टी है,मेरे विचारों से मेल खाने वाली राष्ट्रवाद की पोषक है पार्टी.
ये भी पढ़ें- Rajasthan: राजस्थान में रोजगार की गारंटी,मिलेगा न्यूनतम मजदूरी का अधिकार