Rajathan:राजस्थान में चुनाव बिगुल बजते ही चार्टर विमान और हैलीकॉप्टर की डिमांड बड़ी , दोनों ही दलों के केन्द्रीय संगठन के नेता इन दिनों चार्टर विमानों से उड़ान भर रहे हैं.आम दिनों की तुलना में 2 गुना से भी अधिक हो गया है.
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Rajathan latest news :राजस्थान में चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. 23 नवंबर को चुनाव के लिए प्रदेश में दोनों दलों के केन्द्रीय नेताओं का आवागमन बढ़ गया है. इसके लिए अब चार्टर विमान और हैलीकॉप्टर की डिमांड अधिक है.जयपुर एयरपोर्ट पर इन दिनों रोजाना 4 से 5नाॅन शेड्यूल्ड फ्लाइट्स का आवागमन हो रहा है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा हों या कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे. दोनों ही दलों के केन्द्रीय संगठन के नेता इन दिनों चार्टर विमानों से उड़ान भर रहे हैं. समय की बचत करने और प्रचार में अधिक क्षेत्र को कवर करने के लिए राजनेता इन दिनों चार्टर विमानों का उपयोग कर रहे हैं.भाजपा और कांग्रेस के केन्द्रीय नेताओं के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, विपक्ष में भाजपा की नेता वसुंधरा राजे, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुनराम मेघवाल, प्रहलाद जोशी सभी लोग विमानों का उपयोग कर रहे हैं. हालांकि राजस्थान के छोटे शहर-कस्बों तक जाने के लिए हैलीकॉप्टर का भी उपयोग हो रहा है.इसके लिए राजनैतिक दलों ने विमानन कम्पनियाें के साथ करार किए हैं. जयपुर एयरपोर्ट से जुड़े सूत्रों ने बताया कि यहां एयरपोर्ट पर किसी भी विमानन कम्पनी ने बेस नहीं बनाया है, लेकिन दिल्ली से 3 से 4 विमान कम्पनियों के विमान किराए पर लिए जा रहे हैं.
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बड़ी बात यह है कि इन दिनों जयपुर एयरपोर्ट पर चार्टर विमानों और हैलीकॉप्टर आम दिनों की तुलना में 2 गुना से भी अधिक हो गया है. रोजाना औसतन 4 से 5 नॉन शेड्यूल्ड फ्लाइट्स का मूवमेंट जयपुर एयरपोर्ट से हो रहा है. हालांकि एयरपोर्ट पर इन दिनों विदेशों से पर्यटकों द्वारा चार्टर विमान लाने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है. इसके अलावा घरेलू रूटों पर कुछ बिजनेस ग्रुप भी चार्टर विमान उपयोग में लेते हैं.
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि किस तरह से जयपुर एयरपोर्ट पर नाॅन शेड्यूल्ड फ्लाइट्स यानी चार्टर विमान और हैलीकॉप्टर का आवागमन बढ़ा है. हालांकि यह सभी आंकड़े केवल राजनीतिक मूवमेंट के नहीं हैं, बल्कि पर्यटकों और बिजनेस समूहों के लोगों का भी आवागमन बढ़ा है. अब जबकि चुनावी रणभेरी बज चुकी है, तो अगले डेढ़ माह में यह संख्या दोगुने से भी अधिक होने की उम्मीद है.