pariksha pe charcha 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में की 'परीक्षा पर चर्चा, बोलें- परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा है
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pariksha pe charcha 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में की 'परीक्षा पर चर्चा, बोलें- परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा है

pariksha pe charcha 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में 'परीक्षा पर चर्चा' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं, यह परीक्षा पर चर्चा 2023 का छठवां संस्करण है, इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत कर रहे हैं. राजस्थान के कई जिलों से स्टूडेंट्स परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम पर भाग ले रहे हैं. 

 

pariksha pe charcha 2023: प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में की 'परीक्षा पर चर्चा, बोलें- परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा है

pariksha pe charcha 2023: पीएम नरेंद्र मोदी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में स्टूडेंट्स से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि शायद ये पहला अवसर है जब इतनी ठंड के बाद भी पहली बार परीक्षा पर चर्चा हो रही है. परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के छठवें संस्करण के दौरान पीएम मोदी कहते हैं परीक्षा पर चर्चा मेरी भी एक परीक्षा है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि आमतौर पर परीक्षा पर चर्चा फरवरी में करते हैं, विचार आया कि आप सबको 26 जनवरी का भी लाभ मिले. आप सब कर्तव्य पथ पर गए घूमने गए थे, वहां कैसा लगा. घर जाकर क्या बताएंगे? परीक्षा पर चर्चा मेरी भी परीक्षा है. 

आपको बता दें कि छात्राओं द्वारा स्कूल के कला शिक्षक भूर सिंह मीणा के के सहयोग से छात्राओं ने प्राकृतिक दृश्य एवं राजस्थानी कला से ओतप्रोत चित्रों को कैनवास पर उकेरा गया है. दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम मेमं परीक्षा पे चर्चा के दौरान इन चित्रों की प्रदर्शनी लगाई है. इस दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी बाल कलाकारों से उनकी कृतियों के बारे में बात भी की. दोनों ही छात्राएं शिक्षिका विनिता शर्मा के साथ प्रदर्शनी में शामिल होने के लिए दिल्ली 25 जनवरी को पहुंच चुकी थी. 

 

पीएम ने कहा कि मुझे लाखों की तादाद में सवाल पूछते हैं, व्यक्तिगत समस्याएं बताते हैं, परेशानियां बताते हैं. सौभाग्य है कि देश का युवा मन क्या सोचता है. किन उलझनों से गुजरता है. देश से उसकी अपेक्षाएं क्या हैं, सरकारों से अपेक्षा क्या है.  सपने क्या हैं, संकल्प क्या हैं. मेरे लिए ये बहुत बड़ा खजाना है. मैंने मेरे सिस्टम को कहा है कि सारे सवालों को इकट्ठा करके रखिए.

पीएम मोदी कह रहे हैं कि हम राजनीति में कितने ही चुनाव क्यों न जीत लें लेकिन ऐसा दवाब पैदा किया जाता है कि हमें हारना नहीं है. चारों तरफ से दबाव बनाया जाता है. क्या हमें इन दबावों से दबना चाहिए? अगर आप अपनी एक्टिविटी पर फोकस रहते हैं तो आप ऐसे संकट से बाहर आ जाएंगे. कभी भी दबावों के दबाव में न रहें.

 

 

 

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