राजस्थान में बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य और सेहत को लेकर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सजग शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों को मिड डे मिल के साथ मिलेगा दूध.
Trending Photos
Jaipur: प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण और बेहतर शिक्षा के लिए पिछले 4 सालों से कांग्रेस सरकार की ओर से हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य और सेहत को लेकर भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हमेशा सजग नजर आए हैं और इसी कड़ी में एक नया अध्याय नवम्बर के महीने से जुड़ने जा रहा है. शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों को मिड डे मिल के साथ दूध वितरण योजना की सभी तैयारियां शिक्षा विभाग की ओर से कर ली गई है, साथ ही कक्षा 1 से 5वीं और कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों के लिए दूध की क्वालिटी और क्वांटिटी का निर्धारण भी शिक्षा विभाग की ओर से कर लिया गया है.
बच्चों को कुपोषण से बचाने और बेहतर स्वास्थ्य के उद्देश्य से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की ओर से 2 जुलाई 2018 को अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरुआत की गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जोबनेर के सरकारी स्कूल से इस योजना का आगाज किया था, जिसके तहत कक्षा 1 से 8वीं तक के बच्चों को एक ग्लास दूध का वितरण मिड डे मिल के दौरान किया जाता था लेकिन कोरोना के प्रकोप से पहले ही सरकार की ओर से इस योजना को बंद करते हुए पौष्टिक सीजनेबल फल, गुड, चना की शुरुआत की, लेकिन कोरोना का प्रकोप कम होने के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर से बच्चों को स्वास्थ्य तो ध्यान में रखते हुए और बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए फिर से दूध वितरण योजना की शुरुआत करने का फैसला लिया.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साल 2022-23 की बजट घोषणा में मिड डे मिल योजना के तहत कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यार्थियों को सप्ताह में दो दिन डिब्बे का गर्म दूध उपलब्ध करवाने के लिए 476.44 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान किया. जिसको मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंजूरी दी है, दूध वितरण योजना के तहत कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को 15 ग्राम दूध के पाउडर को 150 मिलीलीटर गर्म पानी में मिला कर दिया जायेगा, साथ ही कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों को 20 ग्राम दूध के पाउडर को 200 मिलीलीटर गर्म पानी में मिला कर दिया जायेगा.
समग्र शिक्षा अभियान निदेशक मोहन लाल यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा के अनुसरण में शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए दूध वितरण योजना की पूरी तैयारी कर ली गई है. कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चों को 15 ग्राम दूध पाउडर को 150 मिलीलीटर पानी में गर्म करके दिया जाएगा तो, वहीं कक्षा 6 से 8वीं तक के बच्चों को 20 ग्राम दूध पाउडर 200 मिलीलीटर पानी में गर्म करके दिया जाएगा. दूध पाउडर आरसीडीएफ के माध्यम से सप्लाई किया जाएगा. अगले 2-3 दिनों में सभी जिलों में दूध पाउडर की सप्लाई सभी जिलों में कर दी जाएगी साथ ही शुभारंभ होते ही दूध वितरण करना शुरू किया जाएगा.
खबरें और भी हैं...
चौमूं: विवादों के बीच आयोजित पालिका की बोर्ड बैठक पर रामलाल शर्मा ने उठाए सवाल, दिया बयान
सीकर के जवान का जयपुर में निधन, बेटी को महज दो महीने ही मिला पिता का प्यार
पत्नी के अवैध संबंधों से परेशान होकर पति ने किया सुसाइड, वीडियो में बोला- मार दिया मुझे