Khatu Shyam Ji: खाटू श्याम बाबा के मंदिर में अपनी अरजी लगाने के लिए छोटीकाशी से श्याम भक्तों की रैली रवाना हुई. हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा, श्याम धणी की जयकार से जयपुर की गलियों से लेकर बड़े बाजार तक गूंज उठे.
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Khatu Shyam Ji: खाटू श्याम बाबा के दरबार में भक्तों का आना जारी है, हाथों में श्याम बाबा की ध्वजा लिए भक्त उनकी जयकार लगाते नजर आए. फूलों की बारिश और उड़ती गुलाल से छोटीकाशी रंगी हुई नजर आई. ऐसे में भगवान के दरबार में जाने वाले भक्त यादों को मोबाइल में कैद करना लोग नहीं भूल रहे हैं.
आस्था की बहार और चारों ओर बाबा श्याम, लखदातार की जय, श्याम प्यारे की जय, हारे के सहारे बाबा श्याम का जयकार लगाते श्रद्धालु बाबा श्याम के दरबार की ओर बढ़ रहे हैं. कोई पैदल चलकर तो कोई पेट के बल बाबा के हाजिरी लगाने पहुंच रहा है.
श्याम सरकार की एक झलक पाने को हर कोई बेताब नजर आ रहा है. शीश के दानी खाटू नरेश श्याम बाबा का वार्षिक मेला परवान चढ़ने लगा है. रोजाना हजारों श्रद्धालु बाबा के दर्शनों के लिए दरबार में हाजरी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं.
पदयात्री हाथों में निशान थामे श्याम बाबा के जयकारे लगाते हुए गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं. परकोटे की सड़कें आज पीत रंग से रंगा हुआ नजर आ रहा है. जयपुर और आस-पास के क्षेत्रों से रोजाना कई पदयात्राएं खाटू धाम के लिए रवाना हो रही. बाबा श्याम के दरबार में हाजिरी लगाने को देश के अलग-अलग हिस्सों से श्याम भक्त श्रद्धालुओं से खाटू श्याम जी की नगरी अटी हुई है.
बाबा श्याम की एक झलक पान के लिए भक्त हजारों लाखों की संख्या में पदयात्रा के रुप में पहुंच रहे है. छोटी काशी कहलाई जाने वाली गुलाबी नगरी जयपुर से भी विभिन्न संस्थाओं और कीर्तन मंडलियों द्वारा पदयात्रा निकाली जा रही है. जिनमें श्याम भक्त भजनों को धुन पर झुमते नाचते गाते खाटू पहुंच रहे हैं. सैंकड़ों भक्तों के हाथों में लहराता हुआ रंग बिरंगा निशान है. बीच में रंग अबीर गुलाल उड़ाकर फाल्गुन का उल्लास देखते ही नजर आ रहा है.
हाथ में बाबा का निशान, मुंह पर जयकारे. ना मीलों के सफर की थकान और ना ही पैरों में पड़े छालों की परवाह. इसी क्रम में आज श्री श्याम सत्संग मंडल संस्था की 57वीं श्याम बाबा की पदयात्रा कावंटियों का खुर्रा स्थित श्याम मंदिर से रवाना हुई. श्याम बाबा मंदिर महंत ने आरती कर पदयात्रियों के तिलक लगाए. इसके बाद सैकड़ों श्याम भक्त हाथों में निशान थामे खाटू धाम के लिए रवाना हुए. पदयात्रा 2 मार्च को खाटू पहुंचेगी. जगह-जगह इन श्रद्धालुओं के लिए श्याम प्रेमियों ने खाने-पीने की स्टॉल्स लगाई हुई है.
कई जगह विश्राम स्थल बनाए गए हैं. जहां अलग अलग कीर्तन भजन मंडलियों के तत्वावधान में भजन की सुर सरिता बह रही है. खाटू कस्बे में होटल,धर्मशाला और गेस्ट हाउसों में बाहर के शहरों से आए हुए श्याम भक्त ठहरे हुए हैं. मेले में श्याम दीवानों की टोलियां जत्थे के रूप में पहुंच रही है. बाबा श्याम के जयकारे लगाते हुए दर्शन कर रहे हैं. मेले में आने वाले प्रवासी बाबा के पूरे मेले के दौरान कस्बे मे रहते है और होली खेलकर जाते है.
बहरहाल,बाबा श्याम के मेले का विस्तार दिनो दिन बढता ही जा रहा है. जैसे-जैसे समय बीतता गया और बाबा के गुणगान देश ही नहीं विदेश में भी होने लगा जिसके चलते दिनों दिन बाबा के भक्तों की संख्या में इजाफा होने लगा.
श्याम भक्तों के लिए बाबा श्याम का मेला किसी त्योहार से कम नहीं है. कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली, जयपुर, बेंगलौर, अहमदाबाद, आसाम, बिहार, पंजाब, हरियाणा सहित देश सहित अनेक देशों से आने वाले श्यामभक्तों को श्याम फाल्गुन मेले का बेसब्र्री से इंतजार रहता है. भक्त कई माह पहले ही खाटू आने की तैयारियां शुरू कर देते हैं. शहरों में काम की व्यस्तता सभी को रहती है मगर बाबा के दरबार में भक्त प्रेम से मिलते हैं.