Jaipur News: गलत खून चढ़ाने के मामले में 3 डॉक्टर को किया APO,SMS रेजिडेंट डॉक्टर्स किया 2 घंटे का कार्य बहिष्कार
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Jaipur News: गलत खून चढ़ाने के मामले में 3 डॉक्टर को किया APO,SMS रेजिडेंट डॉक्टर्स किया 2 घंटे का कार्य बहिष्कार

Jaipur news:एसएमएस अस्पताल में गलत खून चढ़ाने और सचिन की मौत मामले में सरकार ने 3 डॉक्टर को एपीओ कर दिया और एक नर्सिंग कार्मिक को निलंबित कर दिया.रेजिडेंट डॉक्टर्स को लेकर जार्ड ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताते हुए कल जीबीएम में 2 घंटे के कार्य बहिष्कार की घोषणा की.

2 घंटे का कार्य बहिष्कार

Jaipur news:एसएमएस अस्पताल में गलत खून चढ़ाने और सचिन की मौत मामले में सरकार ने 3 डॉक्टर को एपीओ कर दिया और एक नर्सिंग कार्मिक को निलंबित कर दिया. एपीओ किए गए तीन डॉक्टरों में से 2 रेजिडेंट डॉक्टर हैं. रेजिडेंट डॉक्टर्स ने एपीओ की कार्रवाई को गलत बताते हुए आज 2 घंटे का कार्य बहिष्कार रखा. जिससे अस्पताल में मरीज परेशान होते रहे. 

 एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा में भर्ती हुए सचिन को गलत खून चढ़ा दिया गया. जिसके बाद उसकी कल डेथ हो गई. जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की. कार्रवाई में एपीओ किए गए.रेजिडेंट डॉक्टर्स को लेकर जार्ड ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताते हुए कल जीबीएम में 2 घंटे के कार्य बहिष्कार की घोषणा की.

 जिसके बाद आज एसएमएस अस्पताल में सुबह 9 से 11 बजे तक कार्य बहिष्कार किया गया. सुबह 9 बजे से ही रेजिडेंट मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल डॉ राजीव बगरहट्टा के चेंबर के बाहर धरने पर बैठ गए. कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. इस दौरान जार्ड प्रेसीडेंट राजेश कुमावत ने कहा कि हमारी वार्ता में सहमति नहीं बनी है. अगर एपीओ ऑर्डर को वापस नहीं लिया जाता है तो पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार किया जाएगा.

 एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ राजीव बगरहट्टा के साथ रेजिडेंट डॉक्टर्स की तीन दौर की वार्ता हुई, जिसमें डॉ बगरहट्टा ने कहा कि हमने तथ्य सरकार के सामने रखे हैं, लेकिन ये कार्रवाई सरकार की ओर से की गई है. हालांकि रेजिडेंट्स माने नहीं और कहा कि जब तक ये ऑर्डर विड्रो नहीं किया जाता है तब तक हम काम पर नहीं लौटेंगे. एपीओ किए गए रेजिडेंट डॉ रिषभ चलाना ने कहा कि मेरा पक्ष सुना ही नहीं गया. मेरा काम तो केवल फॉर्म भरने का था उसमें कोई गलती नहीं है. बड़े लोगों को बचाने के चक्कर में नीचे वालों पर कार्रवाई की गई.

 रेजिडेंट्स का कार्य बहिष्कार लंबा खींचता है तो मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है. हालांकि रेजिडेंट्स ने कहा कि इस मामले में हम चिकित्सा सचिव से मुलाकात करेंगे. फिर भी सहमति नहीं बनी तो हमारा कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.

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