Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी और श्रीपद नायक ने हाल ही में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) पर क्षेत्रीय समीक्षा बैठक का उद्घाटन किया. इस अवसर पर, MNRE के अतिरिक्त सचिव सुदीप जैन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोकस नवीकरणीय ऊर्जा पर है, जिसका उद्देश्य 2047 तक 1800 गीगावाट ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य हासिल करना है. इसके अलावा, 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा में 500 गीगावाट तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है. सुदीप जैन ने यह भी बताया कि नवीकरणीय ऊर्जा देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगी.
केंद्रीय एमएनआरई सचिव निधि खरे ने एक महत्वपूर्ण संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार ने सोलर हाइब्रिड पॉलिसी लाई है, जो देश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने में मदद करेगी. इसके अलावा, उन्होंने बताया कि कुसुम योजना के तहत देश में बड़ा काम हो रहा है, जिससे किसानों को सौर पंप लगाने में मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी बताया कि इंवेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम भी लाई गई है, जो निवेश को बढ़ावा देने में मदद करेगी. आज के सम्मेलन में पीएम सूर्य घर योजना में होने वाली चर्चा भी अहम रहेगी, जिससे हम आगे के रास्ते के लिए अहम भूमिका तैयार कर सकेंगे.
जम्मू-कश्मीर के साइंस एंड टेक्नोलॉजी मंत्री सतीश शर्मा ने एक अनोखे अंदाज में सभी का अभिवादन किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का कश्मीर के प्रति विशेष स्नेह रहा है. शर्मा ने आगे कहा कि पहले कश्मीर में कई समस्याएं थीं, लेकिन अब वहां शांति है और आतंकवाद की कमर सरकार ने तोड़ी है. उन्होंने कश्मीर को हिंदुस्तान का ताज और भारत का महत्वपूर्ण हिस्सा बताया. सतीश शर्मा ने कश्मीर के लिए एमएनआरई से विशेष मदद की मांग की और कहा कि कश्मीर में सोलर ऊर्जा की बहुत संभावनाएं हैं.
क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म पर लगाम लगाने के लिए कश्मीर की सीमा पर सोलर लगाना बहुत जरूरी है. जम्मू-कश्मीर के ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि कश्मीर में बर्फ है, लेकिन सोलर से भी अच्छी संभावनाएं हो सकती हैं. उन्होंने यह भी बताया कि पहले जब भारत-पाकिस्तान मैच होते थे और भारत हार जाता था, तो पाकिस्तान वाले लाइट ऑन-ऑफ करके चिढ़ाया करते थे. लेकिन अब MNRE की विशेष मदद से हम बेहतर कर सकते हैं. जम्मू-कश्मीर में वर्कशॉप के लिए आमंत्रित किया गया है, जिसमें सोलर ऊर्जा की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी.