राजस्थान से वर्ष 2022 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रख्यात कलाकारों में हिंदुस्तानी इंस्ट्रूमेंटल 'सरोद' वादन में बेहतरीन उपलब्धि हासिल करने वाले कलाकार श्री वसंत काबरा, अलाइड थिएटर आर्टस (लाइटिंग) में श्री दौलतराम वेध और परंपरागत लोक संगीत 'भपंग वादन' के लिए श्री गफूरुद्दीन मेवाती जोगी को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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Award Ceremony : नई दिल्ली के विज्ञान भवन में बुधवार को आयोजित भव्य सम्मान समारोह के दौरान राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने संगीत, नृत्य, नाटक और लोक कलाओं में उत्कृष्टता हासिल करने वाले कलाकारों को वर्ष 2022-23 के संगीत नाटक अकादमी अवार्ड्स से सम्मानित किया.
President Droupadi Murmu presented Sangeet Natak Akademi Fellowships and Awards for the year 2022 and 2023. The President said that art and artists have worked to weave the diversity of India into the thread of unity.https://t.co/HXUhs0hEvO pic.twitter.com/Amy2lwXKHg
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 6, 2024
राष्ट्रपति ने संगीत, नृत्य, नाटक, लोक व जनजातीय कलाएं, कठपुतली और संबद्ध रंगमंच कला के क्षेत्र में 94 प्रतिष्ठित कलाकारों (दो संयुक्त पुरस्कार) को साल 2022 और 2023 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किए.
राजस्थान से वर्ष 2022 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रख्यात कलाकारों में हिंदुस्तानी इंस्ट्रूमेंटल 'सरोद' वादन में बेहतरीन उपलब्धि हासिल करने वाले कलाकार श्री वसंत काबरा, अलाइड थिएटर आर्टस (लाइटिंग) में श्री दौलतराम वेध और परंपरागत लोक संगीत 'भपंग वादन' के लिए श्री गफूरुद्दीन मेवाती जोगी को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
वहीं राजस्थान के श्री मोईनुद्दीन खान को सारंगी वादन में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए वर्ष 2023 का संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के हाथों दिया गया.
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ने इस समारोह में साल 2022 और 2023 के लिए अकादमी पुरस्कारों के अलावा 7 प्रतिष्ठित कलाकारों (एक संयुक्त फेलोशिप) को संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप (अकादमी रत्न) भी प्रदान किए.
संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप (अकादमी रत्न) प्रदर्शन कला के क्षेत्र में प्रतिष्ठित कलाकार को उसके प्रदर्शन कला में असाधारण योगदान के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है. वहीं, अकादमी की फेलोशिप सबसे प्रतिष्ठित और दुर्लभ सम्मान है, जिसे अधिकतम 40 व्यक्तियों को ही दिया जा सकता है.
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अकादमी पुरस्कार साल 1952 से प्रदान किए जा रहे हैं. ये सम्मान न केवल उत्कृष्टता और उपलब्धि के उच्चतम मानक के प्रतीक हैं, बल्कि निरंतर व्यक्तिगत कार्य और योगदान को भी मान्यता देते हैं. अकादमी फेलोशिप के तहत 3,00,000/- रुपये (तीन लाख रुपये) की नकद धनराशि प्रदान की जाती है. वहीं, अकादमी पुरस्कार के तहत ताम्रपत्र और अंगवस्त्रम् के अलावा 1,00,000/- रुपये (एक लाख रुपये) की नकद धनराशि दी जाती है.
पुरस्कार समारोह में केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी किशन रेड्डी, विधि व न्याय (स्वतंत्र प्रभार), संसदीय कार्य और संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल, संस्कृति मंत्रालय में सचिव श्री गोविंद मोहन, संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्षा डॉ. संध्या पुरेचा उपस्थित रहे.