Human trafficking case In Banswara: बांसवाड़ा जिले के कसारवाड़ी क्षेत्र से 14 जनवरी को गुमशुदा हुई 22 वर्षीय युवती को ढ़ूढने की मुहिम में बड़ी सफलता मिली है. युवती ने शुरूआती पूछताछ में बताया कि, छोटू यादव नाम का एक युवक उसे धोखा देकर यहां लाया था.
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Human trafficking case In Banswara: बांसवाड़ा जिले के कसारवाड़ी क्षेत्र से 14 जनवरी को गुमशुदा हुई 22 वर्षीय युवती को मिलने की सूचना मिली है. गुमशुदा हुई लड़की को बिहार के बयासी थाना क्षेत्र के आसजा मवैया पंचायत के पुंडालय गांव से सुरक्षित छुड़ाया गया है. यह काम जिले की पुलिस की जगह बांसवाड़ा जिले के उप जिला प्रमुख डॉ. विकास बामनिया है.
युवती ने शुरूआती पूछताछ में बताया कि, छोटू यादव नाम का एक युवक उसे धोखा देकर यहां लाया था. मारपीट कर जबरन उसे अपने साथ रखे हुए था. युवती ने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है कि वह युवक उसे भागलपुर में 5 लाख रुपए में बेचने वाला था. इधर, युवती के पिता का आरोप है कि जब वह बेटी को तलाशने के लिए पुलिस से मदद मांगने गए थे तब पुलिस ने उनसे 20 हजार रुपए की मांग की थी. वही पूछताछ में पीड़ित युवती ने उस क्षेत्र में अन्य क्षेत्रों से भी युवतियों के फंसे होने और बेचने की आशंका जताई है.
उपजिला प्रमुख विकास बामनिया ने बताया कि, युवती के पिता ने मेरे पास आकर सारे मामले से मुझे अवगत करवाया. उसके भाई ने बताया कि, छोटू के पास उसकी बहन है जो उसे बेच देगा. वे लोग पुलिस से निराश होकर आए थे, ऐसे में मुझसे रहा नहीं गया. 8 मार्च की शाम को हम जयपुर से हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंचे. 9 मार्च की सुबह 4 बजे पश्चिम बंगाल के वागडेगरा पहुंच गए. सबसे पहले हमने बयासी थाना क्षेत्र के आसजा मवैया पंचायत के पुंडालय गांव की रैकी की. गांव की सड़कें इतनी तंग थीं कि सामने से बाइक भी आ गई तो कार नहीं निकल सकती. छोटू के बारे में पता किया. उसके ट्रैक्टर से किसी की मौत हो चुकी थी. हमें बताया गया कि वो नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. कुछ ग्रामीणों ने हमें वापस लौटने की भी हिदायत दी. लेकिन हमने वागडेगरा से टैक्सी किराए पर की और गांव में लड़की को लेने पहुंच गए.
युवती को लेने के लिए विकास बामनिया के अलावा दिनेश पटेल और युवती का भाई साथ था. विकास ने बताया कि लोकेशन के लिए युवती से मौका मिलने पर कॉल करने के लिए कहा गया था. उसने 3 बार कॉल किए, फिर मोबाइल से उसे लोकेशन भेजना सिखाया गया. जैसे ही उसने लोकेशन भेजी,हम वहां पहुंचे. जिसके बाद हमने युवती को पूरा प्लान समझाया. युवती रोज टॉर्च लेकर शौच करने बाहर जाती थी. उसे समझाया कि टॉर्च को खराब कर दे. इसके बाद वह सुबह छोटू का मोबाइल लेकर शौच के लिए निकली.
प्लान के अनुसार विकास और उनकी गाड़ी कुछ दूरी पर खड़ी थी. जहां से युवती दौड़कर गाड़ी में बैठ गई और सभी वहां से निकल आए. अगले दिन युवती और उसके परिजन राजस्थान में थे. बांसवाड़ा पहुंचने के बाद युवती ने अपने साथ हुई बर्बरता के बारे में परिजनों को बताया.
उसका परिवार गुजरात में मजदूरी के लिए गया था. कुछ दिन मजदूरी के बाद युवती वापस बासवाड़ा आ गई थी. यहां उसकी दोस्ती एक लड़के से हुई, जो बिहार का रहने वाला था. लड़का बांसवाड़ा आया और 14 जनवरी को धोखे से पीड़िता को ले गया. ट्रेन में बैठने के बाद पीड़िता को कोल्ड ड्रिंक पिलाई, जिससे वह बेहोश हो गई. जब उसे होश आया तो वह बिहार के अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर से 60 किलोमीटर दूर एक गांव में थी. पीड़िता ने बताया कि वहां पर उसे बंधक बनाकर रखा गया था. इस दौरान उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया. पीड़िता ने किसी तरह परिवार को संपर्क किया. इसके बाद 17 जनवरी को कसारवाड़ी थाने में रिपोर्ट दी.
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