Vikas Divyakirti: दृष्टि आईएएस के संस्थापक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने सिविल सेवक से शिक्षक बनने तक के अपने सफर के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने भारत की शिक्षा और परीक्षा प्रणाली में प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा की.
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Vikas Divyakirti: दृष्टि आईएएस के संस्थापक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने सिविल सेवक से शिक्षक बनने तक के अपने सफर के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने भारत की शिक्षा और परीक्षा प्रणाली में प्रमुख मुद्दों पर भी चर्चा की. उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणामों के प्रभाव और एनडीए 3.0 पर भी अपने विचार रखे. दिव्यकीर्ति ने ऑर्टिकल 370 का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे बड़े फैसले हर प्रधानमंत्री नहीं कर सकता.. इसके लिए दम चाहिए. आइये आपको बताते हैं दिव्यकीर्ति ने किन प्रमुख मुद्दों पर अपने विचार रखे.
जब तक उसमें चाय वाला प्रसंग ना आ जाए..
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर चर्चा करते हुए दिव्यकीर्ति ने कहा कि मैं सोचता हूं कि जो ब्रांड मोदी हमारे देश में है, उस ब्रांड मोदी को आप ब्रांड मोदी तब तक नहीं बना सकते, जब तक उसमें चाय वाला प्रसंग ना आ जाए. जिन्होंने बचपन में इतनी स्ट्रगल की. ट्रेन में जा-जा के चाय बेची. इससे जो एक ऑथेंटिसिटी आती है कि इस आदमी ने स्ट्रगल की है.. जमीन से उठा हुआ आदमी है.
चेंज आया भी है उनके अंदर..
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कितने भी सफल होंगे तो यह वाला पार्ट मिसिंग रहेगा. राहुल गांधी अपना इमेज कंप्लीट चेंज करने की कोशिश कर रहे हैं. चेंज आया भी है उनके अंदर. मेरे ख्याल से उनकी टीम अभी जो है, काफी समझदार लोगों की टीम है. भारत जोड़ो यात्रा ने राहुल की काफी अच्छी इमेज बनाई है. इस बार लोकसभा चुनाव का जो रिजल्ट आया उससे राहुल गांधी का कॉन्फिडेंस बढ़ा भी होगा. और मुझे लगता है कि जनता ने कुछ हद तक राहुल को एक सीरियस और अच्छा नेता मानना शुरू कर दिया है. अगर वो ट्रैक ना छोड़ें.. तो 2034 के आसपास या शायद 29 में लॉटरी खुल जाए.
आर्टिकल 370 हटाना किसी दूसरे सरकार के बूते की बात नहीं
मोदी सरकार के फैसलों की चर्चा करते हुए दिव्यकीर्ति ने कहा कि इस सरकार ने कुछ शानदार काम किए हैं. आर्टिकल 370 हटाना किसी दूसरे सरकार के बूते की बात नहीं थी. सीधी सी बात है इन्होंने हटाया तो अच्छी बात है.. तो मैं तो खुल के समर्थन करता हूं. उन्होंने कहा कि मोदी जी के बारे में जनरली यह फील करता हूं कि एक तो उनका एनर्जी का लेवल कमाल का है. 75 की उम्र में 74 की उम्र में इतनी एनर्जी.. हम तो 50 की उम्र में इतनी एनर्जी में नहीं रहते. दूसरा टेक्नोलॉजी को लेकर जो उनकी (मोदी) ओपननेस है.. आमतौर पर इस उम्र में कम दिखती है. हम ऐसा मानते हैं कि अब 70 75 साल का पीएम होगा तो टेक्नोलॉजी को लेकर ज्यादा गंभीर नहीं होगा.
आर्टिकल 370 जैसे बड़े फैसले हर पीएम नहीं कर सकता
दिव्यकीर्ति ने पीएम मोदी की विदेश नीति पर बात करते हुए कहा कि मोदी जी दुनिया भर के नेताओं से जिस ईज के साथ बात करते हैं.. जो बारगेनिंग स्किल्स डेवलप हुईं हैं.. वो शानदार हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर पर डेवलपमेंट बहुत बेहतरीन है. मैं सब बातें फैक्ट्स के बेस पर कह रहा हूं. क्योंकि मैं पढ़ाता ही हूं ये सब.. फैक्चुअल बेसिस पर कह रहा. आर्टिकल 370 जैसे बड़े फैसले हर पीएम नहीं कर सकता. इन्होंने किए हैं, उसके लिए बहुत दम चाहिए.