MP Politics: रतलाम जिले में जयस के एक सक्रिए नेता पर दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज हुआ है. पुलिस ने आरोपी नेता की तलाश शुरू कर दी है. इसके अलावा जयस के पांच नेता पहले से ही जेल में बंद हैं.
Trending Photos
MP Politics: चंद्रशेखर सोलंकी/रतलाम। मध्य प्रदेश के ''जय आदिवासी युवा संगठन'' (JAYS) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं, क्योंकि जयस के एक सक्रिए और चर्चित नेता पर दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है. जबकि पांच नेता पहले से ही जेल में बंद हैं, इन सभी पर सांसद का घेराव और पथराव का मामला दर्ज हुआ है. वहीं जिस नेता पर दुष्कर्म का मामला हुआ है, पुलिस उसकी तलाश में जुटी हैं.
जयस नेता पर दर्ज हुआ दुष्कर्म का मामला
दरअसल, रतलाम जिले से आने वाले जय आदिवासी युवा संगठन (जयस) के प्रभारी कमलेश्वर डोडियार पर धारा 376 व अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि एक युवती ने शिकायत की है, जिसमें बताया गया कि काफी लंबे समय से कमलेश्वर डोडियार युवती को शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा और अब कमलेश्वर डोडियार ने शादी से इनकार कर दिया. युवती की शिकायत पर कमलेश्वर डोडियार पर धारा 376 के तहत मामला दर्ज हुआ है.
पहले से भी दर्ज है कई मामले
बताया जा रहा है कि जयस नेता कमलेश्वर डोडियार पर पहले से भी कई मामले दर्ज हैं, क्योंकि कमलेश्वर डोडियार के नेतृत्व ने जयस ने कई बड़े आंदोलन किए हैं, आंदोलन के दौरान अपने तेज तेवर के लिए भी आये दिन कमलेश्वर डोडियार चर्चाओं में रहा है, लेकिन अब कमलेश्वर डोडियार पर 376 का प्रकरण दर्ज हुआ हैं और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही जयस नेता को गिरफ्तार किया जाएगा.
5 नेता पहले से जेल में हैं बंद
बता दें कि जयस के पांच नेता पहले से ही जेल में बंद हैं, इन सभी नेताओं पर रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर के घेराव और पथराव का मामला दर्ज है, जिसके चलते सभी को जेल भेजा गया था, इन नेताओं की अब तक जमानत नहीं हुई है. खास बात यह है कि 2 दिन पहले दुष्कर्म के आरोपी जयस नेता कमलेश्वर डोडियार ने रतलाम कलेक्टोरेट पर सांसद घेराव मामले में गिरफ्तार जयस के 5 नेताओं पर दर्ज प्रकरण को झूठा बताते हुए ज्ञापन भी दिया था.
2023 से पहले जयस हुआ सक्रिए
2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जयस पूरी तरह से सक्रिए नजर आ रहा है. जयस के संरक्षक और विधायक हीरालाल अलावा ने प्रदेश की 80 विधानसभा सीटों पर इस बार चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. लेकिन नेताओं पर लगातार मामले दर्ज होने से जयस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
ये भी पढ़ेंः Case Against RSS Leaders: उज्जैन में संघ नेताओं के खिलाफ केस, जानें क्या हैं आरोप