MP NEWS: कूनो में पर्यटक अब नहीं देख पाएंगे चीते! इस जगह हो रहे शिफ्ट, लगातार मौत के बाद उठाया कदम
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MP NEWS: कूनो में पर्यटक अब नहीं देख पाएंगे चीते! इस जगह हो रहे शिफ्ट, लगातार मौत के बाद उठाया कदम

मध्य प्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र ने चीता प्रोजेक्ट शुरू कराया था. इसके लिए साउथ अफ्रीका और नामीबिया से चीते लाए गए थे. लेकिन 4 महीने से चीतों की लगातार मौत हो रही थी. इस वजह से अब चीतों को इस जगह शिफ्ट करने का फैसला लिया है.

MP NEWS: कूनो में पर्यटक अब नहीं देख पाएंगे चीते! इस जगह हो रहे शिफ्ट, लगातार मौत के बाद उठाया कदम

MP NEWS/महेंद्र दुबे: मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. अब फिलहाल पर्यटक चीतों को नहीं देख पाएंगे. क्योंकि लगतार हो रही मौत के बाद  चीतो को स्वास्थ परिक्षण के लिए खुले जंगल से पकड़ कर बाड़े में शिफ्ट किया जा रहा है. बीते 4 महीनो में 8 चीतों की मौत के बाद सभी चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण शुरू हो गया है. हेल्थ चेक कप के लिए खुले जंगल में आजाद किए गए चीतों को जंगल से पकड़ने की कवायद शुरू हो गई है. 

चीता एक्सपर्ट टीम की देख रेख में नामिबिया और साउथ अफ्रीका से लाए गए चीतों का हेल्थ चेकप शुरू हो गया है. कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने शनिवार देर शाम खुले जागल में आजाद घूम रहे दो चीते पवक और गामिनी को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पकड़ कर बाड़े में बंद किया. नर चीते पवक समेत मादा चीता गामिनी का विशेषज्ञों ने हेल्थ चेक अप किया, जिसमें दोनो के स्वास्थ होने की जानकारी मिली. 

कब तक बंद रहेंगे चीते?
कुनो नेशनल पार्क के खुले जंगल में आजाद घूमने वाले 11 चीतों में से अब तक 7 चीतों को बड़े बाड़े में शिफ्ट किया गया है. वहीं पहले से ही 4 चीते बाड़े में बंद हैं, जो की स्वास्थ हैं. खुले जंगल से अब तक नामिबिया और  साउथ अफ्रीका के गौरव, शोर्य, पवन, आशा, धीरा, गामिनी और पवक नाम के चीतों को बाड़े में शिफ्ट करते हुए उनके गले से कॉलर आई हटाई गई. जल्द ही खुले जंगल से 4 और चीतों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बाड़े में कैद किया जाएगा और उनकी भी कॉलर आई डी हटाई जाएगी. अगले हेल्थ चेक अप तक सभी चीतों को बिना कॉलर आईडी के ही बाड़े में रखा जाएगा.

कॉलर ईडी बने मौत की वजह!
नर चीते तेजस और सूरज की गर्दन पर मिले घाव के बाद सभी चीतों के गले से कॉलर आई डी हटाई जा रही है. सभी को मानसून के सीजन तक बाड़े में ही कड़ी सुरक्षा के बीच रखा जाएगा. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम चीता प्रोजेक्ट में लगातार चीतों की मौत हो रही है.चीतों की मौत के बाद जांच कमेटी का गठन किया गया था. विशेषज्ञों की जांच से पता चला है कि कॉलर आईडी के इंफेक्शन की वजह से चीते बीमार हो रहे हैं. मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि टाइगर वाली कॉलर ईडी लगाना बड़ी लापरवाही है. 

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