ग्वालियर में अपात्र गटक रहे हैं जरूरतमंदों का राशन! अब राशन कार्ड चेक करने घर-घर जाएगी टीम
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ग्वालियर में अपात्र गटक रहे हैं जरूरतमंदों का राशन! अब राशन कार्ड चेक करने घर-घर जाएगी टीम

mp news: एमपी के ग्वालियर में 12 हजार से ज्यादा लोगों की राशन पर्चियां रोक दी गई हैं. जरूरतमंदों को राशन नहीं मिल पा रहा है, इसके लिए टीम घर-घर जाकर जांच करेगी.

ration scheme in mp

gwalior ration slip: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में राशन को लेकर गड़बड़झाला चल रहा है. जरूरतमंद परिवारों के अलावा अपात्र परिवार भी जरूरतमंदों का हक हड़पते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि शहर में 12 हजार से ज्यादा लोगों की राशन कार्ड पर्चियां छह महीने से रुकी हुई हैं. राशन के लिए नए पात्र परिवारों की पहचान होने के बाद भी ऐसी स्थिति सामने आ रही है. कई परिवारों ने राशन न मिलने पर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत भी दर्ज कराई है.

इन छह बिंदुओं से तय होगा राशन के लिए पात्र परिवार
बताया जा रहा है कि आबादी के मुकाबले राशन लेने वाले परिवारों की संख्या अधिक होने के कारण ऐसी स्थिति बनी है. स्थिति को सामान्य करने और जरूरतमंदों को उनका हक दिलाने के लिए मुख्यालय ने जिला स्तर पर जांच के लिए छह बिंदु तय किए हैं, जिसके बाद कुछ परिवारों और उनके सदस्यों को हटाया जाएगा. इन छह बिंदुओं के अनुसार पात्र परिवारों की जांच की जाएगी जिनमें एक या दो सदस्य हों या फिर एक ही घर में 7 से 10 या इससे अधिक सदस्य हों, सभी सदस्यों की उम्र 18 वर्ष से कम हो या सभी की उम्र 80 वर्ष से अधिक हो. इसकी जांच अगले सप्ताह से शुरू होगी जहां टीम घर-घर जाकर दिए गए छह बिंदुओं के अनुसार जांच करेगी.

बाजारों से राशन लेने को मजबूर परिवार
राशन पर्ची नहीं मिलने से कई परिवार परेशान हैं, वे कई बार सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करा चुके हैं. अब स्थिति यह है कि उन्हें बाजारों से राशन खरीदना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि इस राशन योजना घोटाले के कारण शहरी सीमा के 6 हजार 947 परिवार संदेह के घेरे में हैं. अब टीम घर-घर जाकर इन परिवारों की जांच करेगी.

तय सीमा से अधिक लोग ले रहे राशन
मिली जानकारी के अनुसार प्रमुख सचिव का कहना है कि वर्ष 2011 की जनसंख्या के अनुसार राज्य में राशन के लिए 546.42 लाख पात्र परिवारों की सीमा तय की गई थी और अब ई-श्रम पोर्टल के माध्यम से श्रमिक अपना पंजीयन कराकर जुड़ रहे हैं, जिससे राज्य में राशन के लिए पात्र परिवारों की संख्या अब 555 लाख तक पहुंच गई है और ऐसी स्थिति सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि जांच के बाद जो भी संदिग्ध परिवार होगा, उसे पोर्टल से हटा दिया जाएगा. फिलहाल पोर्टल बंद है.

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