5 अक्टूबर दशहरे को देश भर में जगह-जगह रावण दहन हुआ. कई दुखद तो कई हास्यासपद खटनाएं सामने आईं. ऐसी ही एक घटना सामने आई छत्तीसगढ़ के एक जिले से जहां रावण के पुतले का पूरा तन जल गया, लेकिन सिर बाकी रह गए. अब इस पर प्रशासन ने एक्शन लिया है.
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धमतरी: दशहरे पर बुधवार के दिन पूरे देश में रावण का दहन किया गया. इस दौरान कई घटनाएं सामने आई, जिसमें से कुछ दुखद तो कुछ लापरवाही का नतीजा रहीं. वहीं कई जगहों पर हास्यासपद घटनाएं सामने आई, इनके पीछे भी अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई. ऐसा ही एक मामला सामने आया छत्तीसगढ़ के धमतरी से जहां, रावण की पूरा शरीर तो जल गया, लेकिन उसके सभी सिर सलामत बच गए. अब इस पर का प्रशासन ने कार्रवाई की है.
सभी सिर बिना जले रह गए बाकी
मामला का रामलीला मैदान का है. यहां 5 अक्टूबर की रात करीब 8.15 बजे रावण दहन का कार्यक्रम शुरू हुआ. 30 फीट ऊंचे रावण के पुतले में आग लगाई गई. पुतला तो एक मिनट में ही जलकर स्वाहा हो गया, लेकिन सभी सिर साबूत ही रह गए. ऐसा पहली बार ऐसा हुआ जब निगम द्वारा आयोजित दशहरा उत्सव के मुख्य समारोह में रावण का एक भी सिर नहीं जला.
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निगम अफसरों ने लिया एक्शन
रावण के हालात देखकर वहां पहुंचे सभी लोग निगम अफसरों और जनप्रतिनिधियों की हंसी उड़ने लगी. इसके बाद 6 अक्टूबर को अब प्रशासन ने इस मामले में एक्शन लिया है. निगम ने कर्मचारी को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा 4 अन्य लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. निगम के प्रभारी आयुक्त और ईई राजेश पद्मवार ने कहा कि रावण बनाने वाले को एक भी रुपए नहीं दिए जाएंगे.
किसी दी गई थी जिम्मेदारी
बता दें धमतरी नगर निगम की ओर से बुधवार को रावण दहन का कार्यक्रम रखा गया था. इसके लिए पुतला बनवाने की जिम्मेदारी सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी राजेंद्र यादव सहित अन्य लोगों को सौंपी गई थी. कर्मचारियों ने दहन के लिए करीब 30 फीट ऊंचा पुतला तैयार कराया. इसे रामलीला मैदान में पुतला दहन स्थल पर खड़ा किया गया. तय कार्यक्रम के मुताबिक, बुधवार रात रावण के पुतले में आग लगाई गई, लेकिन पुतला जल न सका.