Kalki Dham Modi Speech: पीएम नरेंद्र मोदी ने कल्कि धाम में कहा कि देशभर में साधु-संत नए-नए मंदिरों का निर्माण कर रहे हैं. वहीं, ईश्वर ने मुझे राष्ट्र रूपी मंदिर के नवनिर्माण का काम दिया है.
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Kalki Dham Shilanyas Speech: यूपी के संभल में कल्कि धाम (Kalki Dham) का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कर दिया है. पीएम मोदी ने कल्कि धाम के गर्भगृह में शिला को रखा. इसके बाद पीएम मोदी ने एक रैली को भी संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या के बाद कल्कि धाम भव्य और विराट रूप में उभरकर सामने आएगा. अच्छे काम कुछ लोग मेरे लिए छोड़कर चले गए हैं. उन्हें मैं पूरा कर रहा हूं. कल्कि धाम का शिलान्यास भारत के नवजागरण का अद्भुत क्षण है. वहीं, योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में 5 सदी का इंतजार खत्म हुआ है और अब कल्कि धाम के मंदिर का भी शिलान्यास हो गया है.
कल्कि धाम में PM मोदी ने क्या कहा?
कल्कि धाम में पीएम मोदी ने कहा कि आज संतों की साधना और जनमानस के विश्वास से एक और पूज्य धाम की स्थापना होने जा रही है. कई ऐसे अच्छे काम हैं जो कुछ लोग मेरे लिए छोड़कर चले गए. बचे कामों के लिए संतों और जनता जनार्दन अपना आशीर्वाद बनाए रहें. आज छत्रपति शिवाजी की जन्मदिन है. इसलिए ये दिन पवित्र है. मैं उनको नमन करता हूं.
सुदामा और कृष्ण का क्यों दिया उदाहरण?
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे बताया गया है कि इस मंदिर में 10 गर्भगृह होंगे. भगवान के सभी अवतारों को यहां विराजमान किया जाएगा. अलग-अलग स्वरूपों में भगवान के स्वरूप अवतरित हुए हैं, उनको विराजित किया जाएगा. वो तो अच्छा हुआ जब आचार्य प्रमोद कृष्णम मुझसे मिलने आए तो खाली हाथ आए. उन्होंने कहा कि उनके पास भावना के अलावा कुछ नहीं है. मैं कहता हूं कि आज अगर सुदामा भगवान कृष्ण को पोटली में कुछ देते तो उनकी वीडियो निकल आती, सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल दाखिल हो जाती कि सुदामा ने कृष्ण को कुछ पोटली में दिया. कृष्ण ने भ्रष्टाचार किया है.
कल्कि धाम शिलान्यास पर सीएम योगी का बयान
यूएई में भगवान के मंदिर की स्थापना के बाद पीएम संभल आए हैं. हमने पिछले 10 साल में एक नया भारत देखा है. यहां भारत की आस्था का सम्मान है. अयोध्या में रामलला का विराजमान हो गए हैं. नए भारत में हर युवा के जीवन और आस्था की भी गारंटी हैं. यही मोदी की गारंटी है. जो आस्था को सम्मान नहीं दे पाए, वो ना तो रोजगार दे पाए ना ही सम्मान. दुनिया भारत की इस ऋषि परंपरा से जुड़ रही है.
ऋषि परंपरा से जुड़ रही दुनिया
दुनिया भारत की ऋषि परंपरा से जुड़ रही है. जो पहले असंभव था वो आज संभव हो रहा. वो आज आपका यशस्वी नेतृत्व भारत को समझता है और विदेशी धरती पर भारत का यश बढ़ाता है. दुनिया भारत को आशा भरी निगाहों से देख रही है. आज सीमाएं सुरक्षित हुई हैं. भारत का हर तबके का आदमी अपने को सुरक्षित महसूस करता है.