Amit Shah Speech: गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलना जरूरी है और 'इंडिया' के चश्मे से देखने पर भारत को समझा नहीं जा सकता.
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Amit Shah Speech: गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलना जरूरी है और 'इंडिया' के चश्मे से देखने पर भारत को समझा नहीं जा सकता. शाह ने विपक्ष द्वारा ईवीएम पर सवाल उठाने, संविधान संशोधनों और आरक्षण जैसे मुद्दों पर विस्तार से अपनी बात रखी. उन्होंने कांग्रेस पर तुष्टीकरण और परिवारवाद का आरोप लगाते हुए भाजपा की उपलब्धियां गिनाईं.
10 प्वाइंट्स में अमित शाह की स्पीच..
गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने की जरूरत
अमित शाह ने कहा कि भारत को सही तरीके से समझने के लिए गुलामी की मानसिकता से बाहर आना होगा. उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘इंडिया’ के चश्मे से भारत को कभी नहीं समझा जा सकता.
संविधान की नकल नहीं, परंपराओं का सम्मान
शाह ने कहा कि भारत का संविधान किसी देश की नकल नहीं है. इसमें अन्य देशों के संविधानों की अच्छी बातें शामिल करने के साथ भारतीय परंपराओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है.
ईवीएम पर सवाल उठाने वालों को शर्म करनी चाहिए
गृह मंत्री ने विपक्ष पर ईवीएम को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब विपक्ष चुनाव हारता है तो ईवीएम को दोष देता है, लेकिन जीतने पर चुप हो जाता है.
संविधान संशोधन पर कांग्रेस और भाजपा का अंतर
शाह ने बताया कि कांग्रेस ने 55 साल के शासन में 77 बार संविधान संशोधन किए, जबकि भाजपा ने 16 साल में 22 बार संशोधन किए. उन्होंने कहा कि भाजपा ने जनता के हित में संशोधन किए, जबकि कांग्रेस ने सत्ता बचाने के लिए.
नेहरू सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप
अमित शाह ने कहा कि तुष्टीकरण की शुरुआत जवाहरलाल नेहरू सरकार के समय हुई थी, जब मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड बनाया गया था.
धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा
शाह ने स्पष्ट कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि जब तक संसद में भाजपा का एक भी सांसद रहेगा, धर्म के नाम पर आरक्षण नहीं होने दिया जाएगा.
कांग्रेस पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार के आरोप
गृह मंत्री ने कांग्रेस पर परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि इन तीनों को छोड़ने पर ही कांग्रेस चुनाव जीत सकती है.
आपातकाल और अनुच्छेद 356 का जिक्र
शाह ने कांग्रेस के शासनकाल में लगाए गए आपातकाल और अनुच्छेद 356 के दुरुपयोग का उल्लेख करते हुए कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र का अपमान किया था.
महाराष्ट्र चुनाव और विपक्ष की दोहरी राजनीति
अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में हार के बाद विपक्ष ने ईवीएम को दोष दिया, लेकिन झारखंड में जीतने के बाद बिना किसी संकोच के सरकार बनाई.
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मोदी सरकार के संविधान संशोधनों के लाभ
गृह मंत्री ने नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों में किए गए संविधान संशोधनों का जिक्र करते हुए कहा कि इनसे जनता को सीधा लाभ मिला है. उन्होंने संविधान के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता को दोहराया.
(एजेंसी इनपुट के साथ)