New Start-Up In Rajsathan: बाकी देशों की तरह भारत भी तेजी से स्टार्ट अप कल्चर को अपना रहा है. इन दिनों अपने स्टार्टअप कल्चर को लेकर राजस्थान के रामसूरत जाट सुर्खियों में हैं. कॉरपोरेट जगत से इस्तीफा देकर उन्होंने गाय पालने का फैसला लिया. अब इस काम से उन्हें लाखों रुपये महीने की आमदनी हो रही है.
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Cow Gives Milk After Listening Krishna Bhajan: मौजूदा दौर में भारत तेजी से स्टार्ट अप कल्चर की ओर बढ़ रहा है. इसके लिए मोदी सरकार भी लोगों को प्रहोत्साहित कर रही है. इन दिनों एक स्टार्ट अप की चर्चा जोरो-शोरों पर है जिसे शुरू करने वाले राजस्थान के रामसूरत जाट पहले कॉर्पोरेट जगत के खिलाड़ी हुआ करते थे लेकिन काम में मन न लगने की वजह से उन्होंने इस्तीफा दे दिया और खुद नौकरी देने वालों की लाइन में खड़े हो गए.
80 विशेष नस्ल की गाय
पेशे से पशुपालक रामसूरत जाट के पास 80 विशेष नस्ल की गाय हैं जिनमें से कुछ देसी नस्ल की और कुछ गिर नस्ल की गाय मौजूद है. गायों के पालन-पोषण का रामसूरत खास ख्याल रखते हैं, यहां तक की गायों को सुनने के लिए उन्होंने 10 फीट ऊंचे लाउडस्पीकर तक लगा रखें हैं, जिनमें भगवान कृष्ण के भजन बजते हैं. रामसूरत जाट कहते हैं कि बांसुरी की धुन पर गाय काफी अच्छे से दूध देती हैं और इस नस्ल की गायों का घी बाजार में 4500 रुपये किलो ग्राम के भाव से बेचा जाता है.
सिर्फ ऑर्गेनिक चारा
रामसूरत बताते हैं कि गायों को खाने के लिए सिर्फ ऑर्गेनिक चारा दिया जाता है. दूध का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए किसी तरह के रासायनिक चारे का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. आजकल ज्यादातर लोग ऐसे फूड को अपनी डाइट में शामिल कर रहे हैं जिनका उत्पादन सिर्फ ऑर्गेनिक खाद से किया गया हो. ऐसे में गाय से मिलने वाले गोबर से रामसूरत खाद बनाते हैं और उसे बाजार में बेच देते हैं. इससे उनको डबल मुनाफा होता है.
माहौल एकदम कृष्ण भक्ति वाला
रामसूरत के गौशाला का माहौल एकदम कृष्ण भक्ति वाला है. गौशाला के दीवारों पर गीता के श्लोक लिखे हुए हैं और उन्हें खाने के लिए ज्वार, मकई, बाजरा और गुड़ का मिश्रण दिया जाता है. गायों को गर्मी से बचाने के लिए गौशाला में पंखों की व्यवस्था की गई है. रामसूरत भविष्य में व्यापार को बढ़ाना चाहते हैं. इसके लिए वह गौशाला में लगभग 120 से 140 गाय लाने की तैयारी में हैं.