Boodhe Baba Kaun Hain: संभल के बूढ़े बाबा के बारे में आज हर कोई जानना चाहता है. पीएम मोदी ने कल्कि धाम के शिलान्यास कार्यक्रम में बूढ़े बाबा की जय बोली और तब से हर कोई उनके बारे में जानने के लिए एक्साइटेड है.
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Boodhe Baba Sambhal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज संभल (Sambhal) में कल्कि धाम (Kalki Dham) की आधारशिला रख दी. इस मौके पर पीएम मोदी कल्कि धाम की खासियतों का भी जिक्र किया जो उन्हें आचार्य प्रमोद कृष्णम (Pramod Krishnam) ने बताई थीं. 10 गर्भगृह वाले अनोखे मंदिर को लेकर कल्कि धाम पहले से ही चर्चा में है. यह इसलिए भी खास कहा जा रहा है क्योंकि ये उन कल्कि भगवान का मंदिर है, जिनका अवतार होना बाकी है. इस बीच, एक और नाम बूढ़े बाबा (Boodhe Baba) भी चर्चा में आ गए हैं कि जिनका जयकारा पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान लगाया. आइए बूढ़े बाबा के बारे में जानते हैं.
कौन हैं बूढ़े बाबा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने जिन बूढ़े बाबा की जय बोली उन बूढ़े बाबा का मंदिर संभल के सांरगपुर गांव में है. यह गांव कैलादेवी क्षेत्र में हैं. हर साल बूढ़े बाबा के मंदिर पर मेला लगता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इस मंदिर के बारे में ये भी मान्यता है कि यहां पूजा करने से त्वचा की बीमारियों से छुटकारा मिलता है.
बूढ़े बाबा की मान्यता
मान्यता के मुताबिक, स्किन की बीमारियों से निजात पाने के लिए श्रद्धालु यहां के तालाब में स्नान करते हैं. ये भी कहा जाता है कि बूढ़े बाबा के मंदिर में सात प्रकार का अनाज चढ़ाया जाता है. यहां श्रद्धालु अपनी श्रद्धानुसार प्रसाद चढ़ाते हैं और दान देते हैं. आसपास के क्षेत्र में बूढ़े बाबा की बड़ी मान्यता है.
तय होगी हजार साल की रूपरेखा
अब जान लेते हैं कि पीएम मोदी ने कल्कि धाम के बारे में और क्या-क्या कहा. अपने भाषण में पीएम मोदी बोले कि भगवान राम की तरह ही कल्कि अवतार भी हजारों साल की रूपरेखा तय करेगा. हम ये कह सकते हैं कि कल्कि कालचक्र के परिवर्तन के प्रणेता भी हैं और प्रेरणास्रोत भी हैं. पहली बार भारत का नागरिक चाहे वो दुनिया के किसी भी कोने में हो, अपने आप को गौरवान्वित महसूस करता है. देश में सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास का ज्वार अद्भुत है. इसलिए आज हमारी शक्ति भी अनंत है और हमारे लिए संभावनाएं भी अपार हैं.