Violence After Elections In Saran: बिहार के सारण में मतदान के बाद हिंसा की घटना सामने आई है. सारण लोकसभा सीट से पूर्व सीएम लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य चुनाव लड़ रही हैं. रोहिणी के छपरा स्थित एक बूथ पर पहुंचने पर विवाद हुआ था.
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Lokshabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के मतदान के बाद सारण में हिंसक झड़प हुई है. मंगलवार को दो पक्षों में बवाल बढ़ने के बाद गोलीबारी हुई है. घटना में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि 2 लोग घायल हैं. सोमवार को वोटिंग खत्म होने के बाद ही विवाद शुरू हो गया था. मामला छपरा के भिखारी ठाकुर चौक का है.
बताया जा रहा है कि कल बीजेपी और आरजेडी के कार्यकर्ताओं के बीच एक मतदान केंद्र के पास झड़प हुई थी. जिसका वीडियो वायरल हुआ था. इसके बाद आज RJD कार्यकर्ताओं ने BJP नेताओं के घर पर पहुंच उनके साथ मारपीट की प्रयास किया तो दोनों पक्ष उग्र हो गए और दोनों पक्ष में जमकर गोलीबारी हुई. जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है.
सोमवार को हुआ था विवाद
सोमवार को वोटिंग के दौरान छपरा के भिखारी ठाकुर चौक इलाके में आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य भी पहुंची थीं. जहां लोगों से उनकी बहस हो गई. स्थानीय लोगों का आरोप है कि रोहिणी वहां मतदाताओं के साथ गलत बर्ताव कर रहीं थीं. हालांकि वहां के हालात को देखते हुए रोहिणी वहां से निकल गईं थीं. उसके बाद दो पक्षों में विवाद शुरू हो गया था. घटना के बाद सारण एसपी गौरव मंगला ने कहा, “आरजेडी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हुआ था. उसी को लेकर आज कुछ लोगों ने गोलीबारी की है. कार्यवाही की जा रही है. दो दिन के लिए इंटरनेट को भी बंद कर दिया गया है.”
घटनास्थल पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. सोमवार को सारण के बूथ संख्या 318 पर रोहिणी आचार्य पहुंची थीं और यही से विवाद की शुरुआत भी हुई थी. वहीं आज फायरिंग का आरोप भाजपा कार्यकर्ताओं पर
लगाया गया है. इस घटना में चंदन राय की मौत हुई है.
लालू की बेटी उम्मीदवार
सारण सीट से एक तरफ जहां एनडीए की तरफ से बीजेपी के दिग्गज नेता राजीव प्रताप रूडी चुनावी मैदान में उतरे, तो वहीं दूसरी तरफ आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य रूडी के खिलाफ मुकाबले में उतरी. रोहिणी इस लोकसभा से पहली बार राजनीति में कदम रखा है.
20 मई को पड़ा वोट
20 मई को बिहार में कुल 5 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई, जिसमें हाजीपुर, सारण, मुजफ्फरपुर, मधुबनी और सीतामढ़ी शामिल थी.