मोटापा आज भारत के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है. वर्ल्ड ओबेसिटी एटलस 2024 के अनुसार, 2035 तक भारत के 25 प्रतिशत वयस्क मोटापे की समस्या से जूझ सकते हैं.
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मोटापा आज भारत के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है. वर्ल्ड ओबेसिटी एटलस 2024 के अनुसार, 2035 तक भारत के 25 प्रतिशत वयस्क मोटापे की समस्या से जूझ सकते हैं. इस गंभीर चुनौती को देखते हुए, डॉ. मोरपेन ने मंगलवार को वेट मैनेजमेंट के क्षेत्र में कदम रखते हुए अपना नया प्रोडक्ट 'लाइटलाइफ' लॉन्च किया. यह प्रोडक्ट मोटापे की समस्या का हल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देने के लिए डिजाइन किया गया है.
मोरपेन लैबोरेट्रीज की सहायक कंपनी डॉ. मोरपेन अब वेलनेस सेगमेंट में खुद को स्थापित करने का प्रयास कर रही है. यह सेगमेंट वर्तमान में 12,000 करोड़ रुपये का है और 16% की वार्षिक दर से बढ़ रहा है. कंपनी ने अपने नए प्रोडक्ट 'लाइटलाइफ' के जरिए भारत की मोटापा समस्या का समाधान करने की कोशिश की है. कंपनी के सीईओ वरुण सूरी ने कहा कि मोटापा तेजी से बढ़ रही समस्या है और 2032 तक यह सेगमेंट 52.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच सकता है. 'लाइटलाइफ' मोटापे का समाधान क्रैश डाइट्स या हानिकारक फड्स के बिना करेगा और इसे सुरक्षित और प्रभावी तरीके से हल करने का प्रयास करेगा.
कैसे काम करता है 'लाइटलाइफ'?
लाइटलाइफ एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित प्रोडक्ट है, जिसमें प्रीबायोटिक्स (यूके से), प्रोबायोटिक्स (बेल्जियम से), और डाइटरी फाइबर जैसे ग्लोबल लेवल पर सोर्स्ड सामग्रियों का उपयोग किया गया है. यह न केवल वजन घटाने में मदद करता है, बल्कि गट हेल्थ को बेहतर बनाकर क्रेविंग्स को भी कम करता है और पेट भरा होने का एहसास देता है. इसके अलावा, 'लाइटलाइफ' कैलोरी गिनने या प्रतिबंधात्मक डाइट्स पर निर्भर नहीं करता है. कंपनी का कहना है कि यह प्रोडक्ट वजन कंट्रोल की समस्या को एक समग्र दृष्टिकोण से देखता है.
पर्सनल फिटनेस पर जोर
लाइटलाइफ केवल एक प्रोडक्ट नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक वेलनेस प्रोग्राम है. इसमें पर्सनल न्यूट्रिशन प्लान, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग गाइडेंस और हेल्थ ट्रैकिंग ऐप जैसी सुविधाएं शामिल हैं. यह प्रोग्राम लोगों को हेल्दी और बैलेंस लाइफस्टाइल अपनाने के लिए प्रेरित करता है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी PTI)