सूरत का केमिकल इंजीनियर बना ड्रग्स का बड़ा कारोबारी, बनाई अंडरग्राउंड फैक्ट्री, देशभर में करता था सप्लाई, गिरफ्तार
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सूरत का केमिकल इंजीनियर बना ड्रग्स का बड़ा कारोबारी, बनाई अंडरग्राउंड फैक्ट्री, देशभर में करता था सप्लाई, गिरफ्तार

Surat News: डीआरई और अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने ज्वाइंट ऑपरेशन में ₹500 करोड़ से अधिक कीमत की ड्रग्स और ड्रग्स का कच्चे माल भी जब्त किया है. आरोपी इंजीनियर के पास से 23000 लीटर केमिकल पाए गए.

सूरत का केमिकल इंजीनियर बना ड्रग्स का बड़ा कारोबारी, बनाई अंडरग्राउंड फैक्ट्री, देशभर में करता था सप्लाई, गिरफ्तार

Maharashtra Crime News: राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के साथ अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स का कारोबार चलाने के आरोप में सूरत के एक केमिकल इंजीनियर सहित दो को गिरफ्तार किया. महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर से गिरफ्तार इंजीनियर पर आरोप है कि वह देश के कई शहरों और हाई-प्रोफाइल रेव पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई करता था. टीम ने ₹500 करोड़ से अधिक कीमत की ड्रग्स के साथ-साथ ड्रग्स का कच्चे माल भी जब्त किए हैं.

केमिकल इंजीनियर और पूर्व फार्मा कर्मचारी जितेश हिनहोरिया के पास कथित तौर पर केटामाइन, मेफेड्रोन और कोकीन जैसे ड्रग्स के अवैध प्रॉडक्शन के लिए 23000 लीटर केमिकल पाए गए. अधिकारियों के अनुसार, पैठन में स्थित महालक्ष्मी इंडस्ट्रीज नाम की एक फैक्ट्री कथित तौर पर ड्रग्स प्रॉडक्शन में शामिल थी.

भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद
उच्च जोखिम वाले संयुक्त ऑपरेशन के बाद, साइट से कुल 4.5 किलोग्राम मेफेड्रोन, 4.3 किलोग्राम केटामाइन और 9.3 किलोग्राम मेफेड्रोन का एक और मिश्रण बरामद किया गया. ड्रग्स और कच्चे केमिकल की पूरी खेप का अवैध बाजार मूल्य ₹500 करोड़ से अधिक बताया गया है.

चैतन्य मांडलिक, डीसीपी क्राइम ब्रांच, गुजरात पुलिस ने बताया, 'हमें इनपुट मिला था कि सूरत शहर का एक शख्स, जो अब औरंगाबाद में रहता है, ड्रग्स का रैकेट चला रहा है. डीआरआई अहमदाबाद जोनल यूनिट और क्राइम ब्रांच, अहमदाबाद पुलिस की विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, छत्रपति संभाजीनगर में विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार कोडीआरआई द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया था.'

30 लाख रुपये कैश बरामद
इसके अतिरिक्त, एक आरोपी के आवासीय परिसर की तलाशी में लगभग 23 किलोग्राम कोकीन, लगभग 2.9 किलोग्राम मेफेड्रोन और ₹30 लाख कैश बरामद हुए. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, हिनहोरिया कथित तौर पर डेढ़ साल से ड्रग्स प्रॉडक्शन के कारोबार में था. उसने छत्रपति संभाजीनगर में अपना अंडरग्राउंड ऑपरेशन भी स्थापित किया. रिपोर्ट में कहा गया कि इंजीनियर मुंबई में कोकीन और रतलाम, इंदौर, दिल्ली, चेन्नई और सूरत में अन्य ड्रग्स वितरित करता था.

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