Subhash Kapoor: जॉली एलएलबी के डायरेक्टर को कोर्ट ने किया बरी, एक्ट्रेस ने लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप
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Subhash Kapoor: जॉली एलएलबी के डायरेक्टर को कोर्ट ने किया बरी, एक्ट्रेस ने लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप

Bollywood Me Too: जॉली एलएलबी बना कर जब निर्देशक सुभाष कपूर सुर्खियों में थे, तभी उनके विरुद्ध एक अभिनेत्री ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगा कर सनसनी फैला दी. काफी हंगामा हुआ. आमिर खान ने कपूर के साथ एक फिल्म करने से इंकार कर दिया. अब कोर्ट ने निर्देशक को क्लीन चिट दी है.

 

Subhash Kapoor: जॉली एलएलबी के डायरेक्टर को कोर्ट ने किया बरी, एक्ट्रेस ने लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप

Bollywood Casting Couch: बॉलीवुड को जॉली एलएलबी, जॉली एलएलबी-2 और फंस गए रे ओबामा जैसी फिल्में देने वाले निर्देशक सुभाष कपूर कि लिए जाता हुआ साल बड़ी राहत लाया है. अदालत ने उन्हें आठ साल पुराने एक एक्ट्रेस के यौन उत्पीड़न के मामले में बरी कर दिया है. एक अभिनेत्री ने 2014 में पुलिस में शिकायत की थी कि 2012 में कपूर ने उसका यौन उत्पीड़न किया. अभिनेत्री उस समय अपने फ्लैट में थी. रात को पार्टी थी, जिसमें अभिनेत्री के दोस्त शरीक हुए थे. तब अभिनेत्री से कपूर के दोस्त ने कहा कि डायरेक्टर की तबीयत ठीक नहीं लग रही है और वह बेडरूम में लेटे हैं. रात को सब लोग लौट गए लेकिन कपूर वहीं रुके रहे. अभिनेत्री ने आरोप लगाया था कि कपूर ने सुबह उनकी स्थिति का लाभ उठाना चाहा, परंतु वह वहां से भाग निकली. पूरा मामला 2013 मे सोशल मीडिया में सामने आया था और फिर अभिनेत्री ने पुलिस में 2014 में शिकायत की.

देरी ने कमजोर किया केस
ट्रेड पत्रिका फिल्म इनफॉरमेशन के अनुसार, मुंबई की एक अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाते हुए कहा कि महिला ने घटना के समय क्यों शोर नहीं मचाया जबकि बिल्डिंग में सिक्योरिटी गार्ड भी थे. अदालत ने कहा कि गवाही और सवाल-जवाब में यह भी सामने आया कि बयान बदलते रहे हैं. कोर्ट ने माना कि संभवतः यह व्यावसायिक ईर्ष्या का मामला है, जिसमें एक्ट्रेस की फिल्में नाकाम हो रही थीं और सुभाष कपूर को अवार्ड मिल रहे थे. कोर्ट ने कहा कि आरोपी की सफलता पर शिकायतकर्ता ने नेगेटिव ट्वीट किए थे. कोर्ट ने यह भी पाया कि आरोपी ने शिकायतकर्ता को अपनी फिल्मों में रोल नहीं दिए थे. कोर्ट ने सवाल उठाए कि शिकायतकर्ता ने पढ़ी-लिखी होने, निरंतर फिल्मों की शूटिंग करने और सोशल मीडिया पर एक्टिव होने के बावजूद पुलिस में केस दर्ज करने में दो साल की देरी क्यों की. यह देरी उसके इरादों पर संशय करने का मौका देती है. कथित घटना 25 मई 2012 की है, जबकि एफआईआर 2014 में दर्ज की गई थी. कोर्ट ने पुलिस की जांच में भी ढील की बात कही.

आमिर ने किया इंकार
इन आरोपों के बाद सुभाष कपूर का करियर प्रभावित हुआ था. वह टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार पर फिल्म मुगल की स्क्रिप्ट लिख कर निर्देशन की तैयारी कर रहे थे. फिल्म में आमिर खान काम करने वाले थे. मगर मीटू आंदोलन के समय आमिर खान की आलोचना हुई कि वह ऐसे निर्देशक की फिल्म करेंगे, जिस पर महिला के उत्पीड़न का आरोप है. तब आमिर ने यह कहते हुए फिल्म छोड़ दी थी, वह ऐसे मेकर के साथ काम नहीं करेंगे, जिस पर महिला के उत्पीड़न का आरोप हो.

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