UGC: असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए NET की जरूरत नहीं होगी! यूजीसी ला रहा नया नियम
Advertisement
trendingNow12590993

UGC: असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए NET की जरूरत नहीं होगी! यूजीसी ला रहा नया नियम

UGC Regulations 2025: जो लोग अपने पूर्व के एकेडमिक सब्जेक्ट्स से अलग किसी सब्जेक्ट में नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करते हैं, वे उस सब्जेक्ट को पढ़ा सकेंगे जिसमें उन्होंने नेट क्वालिफाई किया था.

 

UGC: असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए NET की जरूरत नहीं होगी! यूजीसी ला रहा नया नियम

UGC VC Teachers Appointments: यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) के ड्राफ्ट मानदंडों के मुताबिक, इंडस्ट्री के एक्स्पर्ट्स के साथ-साथ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, पब्लिक पॉलिसी और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के सीनियर प्रोफेशनल भी कुलपति के रूप में नियुक्ति के लिए जल्द ही पात्र होंगे. नये दिशा-निर्देश यूनिवर्सिटी में फैकल्टी मेंबर्स की नियुक्ति के मानदंडों में भी संशोधन करेंगे, जिनके तहत कम से कम 55 फीसदी मार्क्स के साथ 'मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग' (एम.ई.) और 'मास्टर्स ऑफ टेक्नोलॉजी' (एम.टेक.) में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री रखने वाले लोगों को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) पास किए बिना असिस्टेंट प्रोफेसर लेवल पर डायरेक्ट भर्ती किए जा सकने की अनुमति मिल जाएगी.

ड्राफ्ट क्राइटेरिया कैंडिडेट्स को उनकी हायर एकेडमिक स्पेशलाइजेशन के आधार पर पढ़ाने की अनुमति भी देंगे. उदाहरण के लिए, केमिस्ट्री में पीएचडी, मैथ्स में ग्रेजुएशन और फिजिक्स में पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री वाले कैंडिडटे्स अब केमिस्ट्री पढ़ाने के लिए योग्य होगा. इसी तरह, जो लोग अपने पूर्व के एकेडमिक सब्जेक्ट्स से अलग किसी सब्जेक्ट में नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट पास करते हैं, वे उस सब्जेक्ट को पढ़ा सकेंगे जिसमें उन्होंने नेट क्वालिफाई किया था.

यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार के मुताबिक, यूजीसी (विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में टीचर्स और एकेडमिक स्टाफ की नियुक्ति और प्रमोशन के लिए न्यूनतम योग्यता और हायर एजुकेशन में मानकों के रखरखाव के लिए उपाय) विनियम, 2025, 2018 के दिशानिर्देशों की जगह लेंगे.

IAS-IPS बनने के लिए UPSC इंटरव्यू आज से शुरू, कैंडिडेट्स को पता होनी चाहिए ये बातें

इससे पहले, कुलपति पद के लिए उम्मीदवारों का ऐसा प्रतिष्ठित शिक्षाविद होना जरूरी था, जिनके पास यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के रूप में या प्रमुख अनुसंधान या शैक्षणिक प्रशासनिक भूमिका में कम से कम 10 साल का एक्सपीरिएंस हो. अब इंडस्ट्री, सार्वजनिक प्रशासन, सार्वजनिक नीति या सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में कम से कम 10 साल के सीनियर लेवल के एक्सपीरिएंस वाले ऐसे व्यक्ति भी कुलपति के पद के लिए भी पात्र हैं जिनका एकेडमिक रिकॉर्ड अच्छा है.

Sarkari Naukri 2025: रेलवे, बैंक समेत 20,000 से ज्यादा पद, आपके मतलब की कौन सी है?

TAGS

Trending news