Fake Online Degrees: केवल सेंट्रल, प्रॉविंशियल या राज्य अधिनियमों के तहत मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी, डीम्ड यूनिवर्सिटी और संसद अधिनियम द्वारा सशक्त यूनिवर्सिटी ही इन डिग्रियों को प्रदान करने का अधिकार रखते हैं.
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UGC Warning Fake Degrees: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने लोगों को फर्जी ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम से सावधान रहने के लिए एक नोटिस जारी किया है. ये फ्रॉड करने वाले लोग और संस्थाएं नामी डिग्रियों से मिलते-जुलते नाम इस्तेमाल करते हैं, लेकिन असल में ये डिग्रियां किसी काम की नहीं होतीं. इन फर्जी डिग्रियों में अक्सर भ्रामक शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे "10-डे की MBA" पर UGC ने खास तौर पर ध्यान दिया है. UGC ने बताया कि असली डिग्रियों को देने का अधिकार सिर्फ मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटियों को ही है.
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) ने लोगों को सावधान किया है कि कुछ लोग और संस्थाएं ऑनलाइन कोर्स करा रहे हैं. ये कोर्स असली डिग्रियों जैसे नाम रखते हैं, लेकिन असल में ये डिग्रियां मान्यता प्राप्त नहीं होती. उदाहरण के लिए, "10-डे की MBA" जैसी भ्रामक डिग्रियों का यूजीसी ने खास तौर पर जिक्र किया है.
प्रोफेसर मनीष आर. जोशी, जो यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) के सचिव हैं, ने बताया है कि असली डिग्रियों के नाम पर कौन सी डिग्री दी जा सकती है, ये सरकार तय करती है. इसके लिए सरकार एक नोटिफिकेशन जारी करती है. असल डिग्री देने का अधिकार सिर्फ मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटियों को ही है, जिन्हें केंद्र सरकार, राज्य सरकार या संसद के कानून के तहत मान्यता मिली हो.
प्रोफेसर जोशी ने आगे बताया कि ऑनलाइन डिग्री देने के लिए भी यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) से मान्यता लेना जरूरी है. आप मान्यता प्राप्त संस्थानों की लिस्ट और UGC के नियमों के तहत चलने वाले ऑनलाइन डिग्री प्रोग्राम की जानकारी deb.ugc.ac.in वेबसाइट पर देख सकते हैं. स्टेकहोल्डर्स को सलाह दी जाती है कि वे deb.ugc.in पर नामांकन करने से पहले ऑनलाइन प्रोग्राम पेश करने वाले मान्यता प्राप्त एचईआई की लिस्ट चेक कर सकते हैं.
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