Success Story: गांव की बेटी बनीं मिसाल; 4 बार रहीं असफल, फिर कर ही दिया कमाल, सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर बनीं डिप्टी कलेक्टर
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Success Story: गांव की बेटी बनीं मिसाल; 4 बार रहीं असफल, फिर कर ही दिया कमाल, सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर बनीं डिप्टी कलेक्टर

Success Story: दीपिका ने अपनी सफलता का श्रेय अनुशासन और कठिन मेहनत को दिया. उन्होंने कहा कि असफलता से घबराने के बजाय उससे सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए. उनका मानना है कि सही दिशा में किए गए प्रयास जरूर रंग लाते हैं.

Success Story: गांव की बेटी बनीं मिसाल; 4 बार रहीं असफल, फिर कर ही दिया कमाल, सरकारी स्कूल से पढ़ाई कर बनीं डिप्टी कलेक्टर

Dipika Patidar Success Story: यह कहानी है मध्य प्रदेश के देवास जिले की दीपिका पाटीदार की, जिन्होंने सरकारी स्कूल में पढ़ाई करते हुए संघर्ष और मेहनत के बल पर प्रशासनिक सेवा में शीर्ष स्थान हासिल किया. चार बार असफल होने के बाद भी हार न मानते हुए दीपिका ने MPPSC 2022 परीक्षा में टॉप किया और डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना पूरा किया. उनकी यह कहानी हर युवा के लिए प्रेरणा है.

सरकारी स्कूल से की शुरुआत
दीपिका पाटीदार ने अपनी शिक्षा की शुरुआत देवास जिले के एक छोटे से गांव के सरकारी स्कूल से की. 10वीं तक गांव में ही पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पाटीदार समाज के बोर्डिंग स्कूल से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई की. इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने इंदौर के होल्कर साइंस कॉलेज से बीएससी और एमए की पढ़ाई पूरी की.

5वें प्रयास में मिली सफलता
दीपिका ने साल 2018 में पहली बार MPPSC परीक्षा दी, लेकिन असफल रहीं. चार बार असफलता के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. 2022 में अपने पांचवें प्रयास में उन्होंने न केवल परीक्षा पास की, बल्कि टॉप भी किया. दीपिका का यह सफर दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास का प्रतीक है.

दोस्त की सलाह ने बदली जिंदगी
दीपिका ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें MPPSC परीक्षा के बारे में उनके एक दोस्त ने जानकारी दी थी. इसके बाद उन्होंने इस परीक्षा की तैयारी शुरू की. शुरुआत में उन्होंने दिल्ली जाकर पढ़ाई की और फिर इंदौर में रहकर अपनी तैयारी को मजबूत किया.

सामान्य परिवार से लेकर असाधारण सफलता तक
दीपिका एक सामान्य परिवार से आती हैं. उनके पिता ग्राम पंचायत सचिव और मां गृहिणी हैं. उनके दो भाई हैं, जिनमें से एक बिजनेस करते हैं और दूसरा खेती करता है. दीपिका ने कहा कि उनका परिवार हमेशा उनके संघर्ष में साथ खड़ा रहा.

प्रेरणा की मिसाल बनीं दीपिका
दीपिका पाटीदार की सफलता का यह सफर यह साबित करता है कि अगर आपके इरादे मजबूत हों, तो कोई भी बाधा आपके लक्ष्य को रोक नहीं सकती. गांव की इस बेटी ने न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है. उनकी यह कहानी संघर्षशील युवाओं के लिए प्रेरणादायक है.

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