IIT JEE Advanced: उन्होंने दावा किया कि तैयारी जल्दी शुरू करने से उन्हें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के बेसिक कॉन्सेप्ट को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली और वे बेहद चुनौतीपूर्ण परीक्षा के लिए तैयार हो गए.
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Vavilala Chidvilas Reddy IIT-JEE Topper: भारत और दुनिया में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है IIT-JEE. हर साल, भारत भर से लाकों स्टूडेंट्स IIT-JEE परीक्षा देकर IIT में एडमिशन पाने की कोशिश करते हैं. यह JEE Main और Advanced परीक्षा पास करके हासिल किया जाता है, जो IIT में एडमिशन के बहुत जरूरी शर्तें हैं. इस परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत ज़्यादा मेहनत और प्रतिबद्धता की ज़रूरत होती है, लेकिन सिर्फ कुछ हजार सबसे इंटेलिजेंट लोग ही इस कठिन परीक्षा को पास कर पाते हैं. हम यहां 2023 JEE (एडवांस्ड) में टॉप स्कोरर, वविलाला चिदविलास रेड्डी के बारे में बार तक रहे हैं.
वविलाला चिदविलास रेड्डी तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले से आते हैं. उनके माता-पिता तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के मडगुल सरकारी स्कूल में गणित के शिक्षक हैं. रेड्डी ने IIT JEE 2023 में 360 में से 341 मार्क्स या 94.74 पर्सेंटाइल प्राप्त किए, जिससे उन्हें AIR 1 प्राप्त हुई. रेड्डी ने ऑल इंडिया रैंक 1 घोषित किए जाने पर अपनी खुशी व्यक्त की, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास था कि वे टॉप 10 में जगह बना पाएंगे. कक्षा 10 में उन्हें 10/10 मार्क्स मिले थे, और कक्षा 12 में उन्हें 1000 में से 987 मार्क्स मिले थे. उनके लिंक्डइन पेज के मुताबिक, वविलाला चिदविलास रेड्डी वर्तमान में कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर रहे हैं.
ग्यारहवीं कक्षा में रेड्डी ने जेईई एडवांस्ड की तैयारी शुरू कर दी थी. उन्होंने दावा किया कि जल्दी शुरू करने से उन्हें फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स के बेसिक कॉन्सेप्ट को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली और वे बेहद चुनौतीपूर्ण परीक्षा के लिए तैयार हो गए. प्रक्टिस, सेल्फ कंट्रोल और डीप नॉलेज रेड्डी के जेईई एडवांस्ड की तैयारी के तीन प्राथमिक स्तंभ थे. वाविलाला चिदविलास रेड्डी के मुताबिक, प्रतिष्ठित जेईई एडवांस्ड परीक्षा में सफल होने का रहस्य "निरंतरता" है.
चार साल से ज्यादा समय तक, उन्होंने एक सख्त स्टडी अरेंजमेंट बनाए रखा, जिसमें लिखने और पढ़ने के लिए खास घंटे अलॉट किए गए. रेड्डी जेईई परीक्षा की तैयारी करते समय सेल्फ कंट्रोल और डीप स्टडी के सपोर्टर थे. इसके अलावा, उन्होंने दो साल तक सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखी. अपनी पढ़ाई में भरोसेमंद थे, और उनकी दृढ़ता और कड़ी मेहनत ने उन्हें टॉप स्थान दिलाया. 17 वर्षीय गणित के जादूगर को मैथ और साइंस दोनों पसंद हैं.
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वह अपने परिवार, गुरुओं और शिक्षकों से अपने पूरे करियर में मिले लगातार सपोर्ट और प्रोत्साहन को स्वीकार करते हैं. उन्होंने अपने बड़े भाई को लक्ष्य बनाया, जो बिट्स पिलानी में बीटेक के फाइनल ईयर के स्टूडेंट हैं. रेड्डी इस बात पर अड़े हुए हैं कि कॉन्सेप्ट को पूरी तरह से समझना उन्हें केवल याद करने से ज़्यादा जरूरी है. रेड्डी के मुताबिक, इच्छुक JEE आवेदकों को प्रत्येक सब्जेक्ट एरिया में एक मजबूत वैचारिक आधार बनाने पर फोकस करना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि किसी भी परीक्षा में सफल होने की कुंजी सेल्फ-कंट्रोल, डीप नॉलेज और लगातार, प्रक्टिस है.
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