Tips to Crack UPSC Interview: यूपीएससी के इतिहास में सबसे अधिक मार्क्स हासिल करने वाले आईएएस ने सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू राउंड के लिए कुछ अहम टिप्स साझा की है. सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवार इन टिप्स को फॉलो कर अपने IAS-IPS बनने का सपना पूरा कर सकते हैं.
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IAS Anudeep Durishetty UPSC Interview Tips: यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए इंटरव्यू राउंड आखिरी और सबसे अहम पड़ाव होता है, जिसे पार करके वे प्रतिष्ठित सिविल सेवा का हिस्सा बन सकते हैं. कई सालों की मेहनत के बाद, उन्हें सीनियर और अनुभवी पैनल के सामने अपनी क्षमता साबित करनी होती है.
दरअसल, यूपीएससी भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक है. इस परीक्षा के तीन चरण होते हैं, जिसमें इंटरव्यू (पर्सनालिटी टेस्ट) राउंड सबसे ज्यादा डराने वाला माना जाता है. हालांकि, IAS अनुदीप दुरीशेट्टी के लिए पर्सनालिटी टेस्ट सबसे आसान राउंड रहा है. उन्होंने इस राउंड में सफलता के लिए कुछ खास सुझाव साझा किए हैं.
1. आंसर के कंटेंट पर ध्यान दें
आपके आंसर का सब्जेक्ट या कंटेंट आपकी प्रेजेंटेशन से ज्यादा महत्वपूर्ण होता है. अपने आंसर के माध्यम से अपनी पर्सनेलिटी को सामने लाएं. इंटरव्यू में आपकी पर्सनालिटी को समझना ही मुख्य उद्देश्य होता है.
2. पैनल के सवालों का उपयोग अपनी पर्सनालिटी दिखाने के लिए करें.
इंटरव्यू के दौरान जब पैनल सवाल पूछे, तो उन सवालों का इस्तेमाल अपनी पर्सनालिटी को दिखाने के अवसर के रूप में करें. बोर्ड के सदस्य उम्मीदवार की निजी जानकारी और सोच को समझना चाहते हैं.
अनुदीप दुरीशेट्टी ने मेंस परीक्षा (Mains) और इंटरव्यू के बीच के अंतर को भी समझाया है. उन्होंने कहा कि मेंस परीक्षा में आपके आंसर किसी एक्सपर्ट या समिति के विचारों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि इंटरव्यू में आंसर व्यक्तिगत होते हैं और उम्मीदवार की पर्सनालिटी को दर्शाते हैं.
3. पहले से धारणा न बनाएं
हर इंटरव्यू को खुले दिमाग से अपनाएं. सवालों पर ध्यान केंद्रित करें, न कि बोर्ड के बारे में कोई पूर्व धारणा बनाएं. पुराने आंकड़ों और ट्रेंड्स पर ध्यान न दें, क्योंकि ये आपको भ्रमित कर सकते हैं.
4. अपने पिछले आंसर की चिंता न करें
अनुदीप दुरीशेट्टी के अनुसार, इंटरव्यू के दौरान आत्ममूल्यांकन (सेल्फ-इवैल्युएशन) करना आपके प्रदर्शन को बाधित कर सकता है. इससे आप नर्वस हो सकते हैं और अपनी एकाग्रता खो सकते हैं.
5. सही मौके पर आंसर को चर्चा में बदलें
दुरीशेट्टी का मानना है कि उम्मीदवारों को अपने आंसर में गहराई जोड़नी चाहिए. एक साधारण या सामान्य उत्तर देने के बजाय, उत्तर को थोड़ा और विस्तार दें, ताकि चर्चा को और अधिक प्रभावी और रोचक बनाया जा सके. इससे पैनल के सदस्य भी आपकी बातों में रुचि बनाए रखेंगे.