US President Oath Ceremony: डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. व्हाइट हाउस छोड़ने के करीब 4 साल बाद ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. ऐसे में चलिए जानते हैं कि अमेरिका में राष्ट्रपति को शपथ कौन दिलाता है.
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Who Administers Oath to US President: संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज, 20 जनवरी 2025 को शपथ ग्रहण करने जा रहे हैं. भारत समेत पूरी दुनिया में अभी यही ट्रेंडिंग टॉपिक है. ऐसे में हमें यह तो पता है कि भारत में राष्ट्रपति को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिका में राष्ट्रपति को कौन शपथ दिलाता है? (Who Administers Oath to US President). डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. ऐसे में हम आपके लिए उनके शपथ ग्रहण समारोह से जुड़े कुछ दिलचस्प बातें लेकर आए हैं.
ट्रंप दोबारा बनेंगे राष्ट्रपति
डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. उनके साथ ही जो बाइडेन का कार्यकाल समाप्त हो गया. व्हाइट हाउस छोड़ने के 4 साल बाद ट्रंप ने एक बार फिर राष्ट्रपति पद संभाला. उनका शपथ ग्रहण समारोह वॉशिंगटन डी.सी. के यूएस कैपिटल रोटुंडा में आयोजित किया जा रहा है.
अमेरिका में राष्ट्रपति को कौन दिलाता है शपथ?
भारत में चीफ जस्टिस राष्ट्रपति को शपथ दिलाते हैं, जबकि अमेरिका में यह जिम्मेदारी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की होती है. इस बार मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने डोनाल्ड ट्रंप को शपथ दिलाएंगे. अमेरिकी संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों को शपथ दिलाने का अधिकार मुख्य न्यायाधीश के पास है.
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इतने शब्दों में होती है राष्ट्रपति की शपथ
अमेरिका के राष्ट्रपति की शपथ केवल 35 शब्दों की होती है. यह शपथ अमेरिकी संविधान का अहम हिस्सा है और राष्ट्रपति पद के कर्तव्यों की मूल भावना को प्रकट करती है. शपथ के दौरान राष्ट्रपति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन निष्ठा से करने और संविधान की रक्षा करने का वचन देते हैं.
"I do solemnly swear (or affirm) that I will faithfully execute the Office of President of the United States, and will to the best of my ability, preserve, protect and defend the Constitution of the United States."
'मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं (या प्रतिज्ञान करता हूं) कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के पद का निष्ठापूर्वक निर्वहन करूंगा और अपनी पूरी क्षमता से संयुक्त राज्य अमेरिका के संविधान का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करूंगा."
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दो बाइबल के साथ लेंगे शपथ
डोनाल्ड ट्रंप ओथ सेरेमनी में दो बाइबल का इस्तेमाल करेंगे. पहली बाइबल उनकी मां द्वारा दी गई है, जबकि दूसरी लिंकन बाइबल है. लिंकन बाइबल का ऐतिहासिक महत्व है, जिसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने अपने शपथ ग्रहण में इस्तेमाल किया था.
समारोह में शामिल होंगे खास मेहमान
इस ओथ सेरेमनी में कई खास मेहमान शामिल होंगे. भारत की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारत को रिप्रेजेंट कर रहे हैं. अन्य मेहमानों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस जैसे नाम शामिल हैं.
क्यों है ये परंपरा खास?
अमेरिका में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह को राष्ट्रीय एकता का प्रतीक माना जाता है. यह दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्र में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को दर्शाता है. ट्रंप का दूसरी बार राष्ट्रपति बनना उनकी राजनीतिक यात्रा में एक बड़ा मील का पत्थर है.