Wipro Results: कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के रिजल्ट जारी किए हैं. कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 2,667.3 करोड़ रुपये रहा है. इसके अलावा विप्रो (Wipro) ने 5 कंपनियों के मर्जर का भी ऐलान किया है.
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Wipro Share Price: देश की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो (IT Company) ने अपने तिमाही नतीजे जारी कर दिए हैं. कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के रिजल्ट जारी किए हैं. कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 2,667.3 करोड़ रुपये रहा है. इस बारे में कंपनी ने जानकारी दी है. इसके अलावा विप्रो (Wipro) ने 5 कंपनियों के मर्जर का भी ऐलान किया है. कंपनी के शेयरों ((Wipro Share Price) में आज एक्शन देखने को मिलेगा.
ग्लोबल आउटलुक का दिखा असर
कंपनी ने शेयर मार्केट को दी जानकारी में कहा है कि कमजोर ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक की वजह से चालू तिमाही में रेवेन्यू में 3.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया है. एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का एकीकृत लाभ 2,649.1 करोड़ रुपये रहा था.
विप्रो का अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए आईटी सेवाओं की वृद्धि का अनुमान 3.5-1.5 प्रतिशत कम है, जो स्थिर मुद्रा के संदर्भ में लगभग 21,642.59-22,097.44 करोड़ रुपये है.
ऑपरेटिंग रेवेन्यू में आई गिरावट
विप्रो ने कहा कि जुलाई-सितंबर अवधि में उसका इंटीग्रेटेड ऑपरेटिंग रेवेन्यू हल्की गिरावट के साथ 22,515.9 करोड़ रुपये पर आ गया. पिछले साल की समान तिमाही में उसका परिचालन राजस्व 22,539.7 करोड़ रुपये रहा था.
विप्रो कंपनी ने अपनी 5 सहायक कंपनियों के मर्जर का ऐलान किया है.
>> विप्रो एचआर सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
>> विप्रो ओवरसीज आईटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड
>> विप्रो ट्रेडमार्क होल्डिंग लिमिटेड
>> विप्रो वीएलएसआई डिजाइन सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
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कंपनी के CEO ने दी जानकारी
विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) थिएरी डेलपोर्टे ने कहा है कि कारोबारी माहौल अनिश्चित रहा है और मुद्रास्फीति एवं ब्याज दरें ऊंची बनी हुई हैं. ग्राहक अपने निवेशों पर अधिक सख्त नजर रख रहे हैं. वे दक्षता, मौजूदा निवेश के अधिकतम इस्तेमाल और नए निवेश पर तेजी से रिटर्न पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि विवेकाधीन खर्चों में कमी आना आज की हकीकत है और इसकी वजह से ऑर्डर बुक का राजस्व में रूपांतरण धीमा हो गया है.
समीक्षाधीन तिमाही में विप्रो की आईटी सेवाओं का राजस्व घटकर 22,395.8 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल समान अवधि में 22,520.5 करोड़ रुपये था. हालांकि बाकी क्षेत्रों में कंपनी के कारोबार में मामूली वृद्धि हुई. विप्रो के कारोबार में शीर्ष योगदान देने वाले बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा, विनिर्माण और उपभोक्ता खंडों में गिरावट आई है.
इनपुट - भाषा एजेंसी के साथ