टैक्स देने से भाग रहे अमेरिकी अरबपति, अब इस बिजनेसमैन ने इस यूनिक ट्रिक से की अरबों की बचत
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टैक्स देने से भाग रहे अमेरिकी अरबपति, अब इस बिजनेसमैन ने इस यूनिक ट्रिक से की अरबों की बचत

Nvidia CEO Jensen Huang: अमेरिका के कई ऐसे अरबपति हैं जो टैक्स से बचने के लिए कई तरह की फाइनेंशियल ट्रिक को अपनाते हैं. इस लिस्ट में एलन मस्क और मार्क जुकरबर्ग जैसे दुनिया के सबसे अमीर आदमी भी शामिल हैं.

टैक्स देने से भाग रहे अमेरिकी अरबपति, अब इस बिजनेसमैन ने इस यूनिक ट्रिक से की अरबों की बचत

Tax Saving Tips: किसी भी देश को सुचारु रुप से चलाने के लिए सरकार को बजट की जरूरत होती है. इसी जरूरत को पूरा करने के लिए दुनिया भर की सरकारें एक सीमा के बाद की कमाई पर टैक्स लेती है. लेकिन अमेरिकी बिजनेसमैन सरकारी लूपहोल का फायदा उठाते हुए टैक्स बचत कर रहे हैं.

अब हाल ही में दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग ने अपनी संपत्ति ट्रांसफर करके लगभग 8 अरब डॉलर की बचत की है. इसके अलावा भी अमेरिका के कई ऐसे अरबपति हैं जो टैक्स से बचने के लिए कई तरह की फाइनेंशियल ट्रिक को अपनाते हैं. इस लिस्ट में एलन मस्क और मार्क जुकरबर्ग जैसे दुनिया के सबसे अमीर आदमी भी शामिल हैं.

अमेरिका के 10वें सबसे अमीर 

एनवीडिया के सीईओ जेन्सेन हुआंग 127 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ अमेरिका के 10वें सबसे अमीर आदमी हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी कानून के मुताबिक, अगर आइडियली इस संपत्ति पर देय टैक्स की बात की जाए तो लगभग 50 बिलियन डॉलर से अधिक होना चाहिए.

लेकिन यह आइडियल वास्तविक नहीं हो सकता है क्योंकि 61 वर्षीय बिजनेसमैन ने अपनी अधिकांश बचत अपने फैमिली मेंबर को ट्रांसफर करेंगे. जिससे वह कम से कम 8 अरब डॉलर टैक्स राशि बचा लेंगे. 

कैसे टैक्स को किया साइडलाइन

NYT की रिपोर्ट के अनुसार, हुआंग की फाइनेंशियल स्ट्रेटजी से यह संकेत मिलता है कि वह टैक्स देने से बचेंगे और अपनी अधिकांश बचत अपने परिवार को ट्रांसफर कर देंगे. जेन्सेन हुआंग उन चुनिंदा नामों में से एक हैं जो टैक्स देने से बचने के लिए इस स्ट्रेटजी का पालन कर रहे हैं. इससे पहले ब्लैकस्टोन के श्वार्ज़मैन, मेटा के मार्क जुकरबर्ग और Google जैसी कंपनियों के मालिकों ने भी इसी तरह टैक्स देने से खुद को साइडलाइन किया था.

कैसे हुआ यह संभव 

साल 2012 में हुआंग ने एक ट्रस्ट की स्थापना की जिसमें एनवीडिया के 5.84 लाख शेयर थे. उस समय इसकी कीमत  7 मिलियन डॉलर थी. यह कदम इसी प्लान का हिस्सा था. इसे फाइनेंशियल सर्कल में "आई डिग इट" के रूप में जाना जाता है. इसे 1995 में IRS द्वारा अप्रुव किया गया था. इस प्रकार का ट्रस्ट संपत्ति और गिफ्ट दोनों पर टैक्स देने से बचने में मदद करता है. इस तरह के ट्रस्ट को प्रोटेक्शन के नाम पर ट्रांसफर किया जाता है. 

साल 2016 में हुआंग और उनकी पत्नी लोरी ने ग्रांटर-रिटेन्ड वार्षिकी ट्रस्ट (जीआरएटी) की स्थापना करके अपने टैक्स बर्डन को और कम कर दिया था. ऐसे में यदि इसका वैल्यू ग्रांटर को चुकाई गई राशि से अधिक है तो इस संपत्ति को टैक्स फ्री के साथ किसी को ट्रांसफर की अनुमति मिल जाती है. इन ट्रस्टों के शेयरों में काफी उछाल आया है. इनकी कीमत अब 15 अरब डॉलर से अधिक हो गई है.

दुनिया के अरबपतियों ने कितनी बचत की?

2000 के दशक की शुरुआत से ही अमेरिकी प्रोपर्टी टैक्स सिस्टम ने फेडरल टैक्स रेवेन्यू में बहुत कम योगदान दिया है. NYT के अनुसार, यदि ये अरबपति टैक्स चुकाए होते तो सिर्फ 2023 में सरकार लगभग 120 बिलियन डॉलर की कमाई कर सकती थी. 

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