Keystone Realtors IPO: देश के सबसे बड़े आईपीओ एलआईसी के बाद अब एक और कंपनी आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. कीस्टोन रियल्टर्स ने IPO के जरिए 850 करोड़ रुपये जुटाने के लिए सेबी के पास शुरुआती दस्तावेज जमा करवाए हैं.
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Keystone Realtors IPO: देश के सबसे बड़े आईपीओ एलआईसी के बाद अब एक और आईपीओ बाजार में दस्तक देने वाला है. रुस्तमजी समूह की कंपनी कीस्टोन रियल्टर्स ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के जरिए 850 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार नियामक प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा करवाए हैं.
मसौदा दस्तावेजों के अनुसार, आईपीओ के तहत 700 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी किए जाएंगे. कंपनी के प्रवर्तक 150 करोड़ रुपये तक की बिक्री पेशकश (OFS) लाएंगे. ओएफएस में बोमन रुस्तम ईरानी, पर्सी सोराबजी चौधरी और चंद्रेश दिनेश मेहता द्वारा क्रमश: 75 करोड़ रुपये, 37.5 और 37.5 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री शामिल है.
पिछले दिनों बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने आईपीओ में बोली लगाने के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. नए नियमों के तहत अब कुछ खास लोग ही आईपीओ में निवेश कर पाएंगे. सेबी के नए नियम के अनुसार, अब वही निवेशक पब्लिक इश्यू यानी आईपीओ के लिए बोली लगा सकेंगे, जो वास्तव में कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हैं.
दरअसल, सेबी को ये पता चला था कि कुछ संस्थागत और अमीर निवेशक (HNI) आईपीओ के सब्सक्रिप्शन बढ़ाने के लिए उसमें बोली लगा रहे हैं. उनका मुख्य उद्देश्य निवेश करना नहीं बल्कि सबस्क्रिप्शन बढ़ाना होता है. ऐसे में सेबी को सख्त कदम उठाना पड़ा है. सेबी के इस नए नियम से सब्सक्रिप्शन डेटा बढ़ाने के लिए बोली लगाने पर रोक लग जाएगी.
नए नियम 1 सितंबर, 2022 से लागू होंगे. सेबी की तरफ से इस बारे में पिछले हफ्ते ही सर्कुलर जारी किया गया है. सर्कुलर के अनुसार, आईपीओ के आवेदन को तभी आगे बढ़ाया जाएगा जब उसके लिए जरूरी फंड निवेशकों के बैंक खाते में मौजूद रहेगा.