10 सालों में दोगुने से ज्यादा बढ़े टैक्सपेयर्स, टैक्स कलेक्शन से भी भरा सरकार का खजाना; 160% का उछाल
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10 सालों में दोगुने से ज्यादा बढ़े टैक्सपेयर्स, टैक्स कलेक्शन से भी भरा सरकार का खजाना; 160% का उछाल

Direct Tax Collection: 10 सालों में ITR फाइल करने वालों की संख्या 7.78 करोड़ पर पहुंच गई है. CBDT की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है. CBDT ने आंकड़ा जारी करते हुए बताया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में 7.78 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न भरे हैं. 

10 सालों में दोगुने से ज्यादा बढ़े टैक्सपेयर्स, टैक्स कलेक्शन से भी भरा सरकार का खजाना; 160% का उछाल

Direct Tax Collection: इनकम टैक्स भरने वालों की संख्या में आए दिन तेजी देखने को मिल रही है. पिछले 10 सालों में ITR भरने वालों की संख्या दोगुने से भी ज्यादा बढ़ गई है. 10 सालों में ITR फाइल करने वालों की संख्या 7.78 करोड़ पर पहुंच गई है. CBDT की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है. CBDT ने आंकड़ा जारी करते हुए बताया है कि वित्त वर्ष 2022-23 में 7.78 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न भरे हैं. 

साल 2013-14 में 3.8 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स भरा था. 2013-14 की तुलना में इस बार का टैक्स रिटर्न 104.91 फीसदी ज्यादा है. इस अवधि में नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 2022-23 में 160.52 प्रतिशत बढ़कर 16,63,686 करोड़ रुपये रहा. वहीं, 2013-14 में यह 6,38,596 करोड़ रुपये था. 

31 दिसंबर तक कितने रहे टैक्सपेयर्स?

आपको बता दें एसेसमेंट ईयर 2023-24 के लिए 31 दिसंबर तक टैक्स जमा करने वालों की संख्या 8.18 करोड़ हो गई है. वहीं, इसके पिछले एसेसमेंट ईयर में 7.51 करोड़ रहा था. 2023-24 के एसेसमेंट ईयर में 9 फीसदी से ज्यादा इनकम टैक्स दाखिल किए गए हैं. 

डायरेक्ट टैक्स का टारगेट 18.23 लाख करोड़

सरकार ने 2023-24 के बजट में डायरेक्ट टैक्स से 18.23 लाख करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट रखा है. यह पिछले वित्त वर्ष में जुटाये गये 16.61 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 9.75 प्रतिशत ज्यादा है. 

कितना बढ़ा कौन सा टैक्स कलेक्शन?

सीबीडीटी के आंकड़ों के मुताबिक, ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 2022-23 में 173.31 प्रतिशत बढ़कर 19,72,248 करोड़ रुपये रहा जो वित्त वर्ष 2013-14 में 7,21,604 करोड़ रुपये था. इसके साथ, डायरेक्ट टैक्स - जीडीपी रेश्यो 5.62 प्रतिशत से बढ़कर 6.11 प्रतिशत हो गया. हालांकि, कलेक्शन कॉस्ट बढ़कर 2022-23 में 0.57 प्रतिशत हो गई जो 2013-14 में 0.51 प्रतिशत था.

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