क्या आप भी सड़क किनारे खरीदकर पीते हैं पानी की बोतल, हो जाइए सावधान वरना...
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क्या आप भी सड़क किनारे खरीदकर पीते हैं पानी की बोतल, हो जाइए सावधान वरना...

Plastic Water Bottle: जैसे ही हम यह पानी पीते हैं तो ये बॉडी के हॉर्मोंस के बैलेंस बनाए रखने वाले एंडोक्राइन सिस्टम को बिगाड़ देता है. अगर आप ऐसा लगातार करते हैं तो इनफर्टिलिटी, अर्ली प्युबर्टी, हॉर्मोनल इम्बैलेंस और लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकता है.

क्या आप भी सड़क किनारे खरीदकर पीते हैं पानी की बोतल, हो जाइए सावधान वरना...

Water Bottle: क्या वास्तव में बिना प्लास्टिक की पानी की बोतलों के यात्रा करना संभव है? प्लास्टिक के बिना सफर करना चुनौतीपूर्ण जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं है. प्लास्टिक बोतल से बचने के लिए पहला कदम यह है कि सड़क किनारे बिकने वाले प्लास्टिक की बोतल का यूज न करें. बल्कि अपने पास एक छोटा मेटल बोतल रखें और उसे रिसाइल करें. एक ट्रेवल ब्लॉगर ने अपनी कहानी बताई जो पिछले तीन साल से बाहर के पानी की बोतल नहीं खरीदती और हर दम अपने साथ रखती है. उसने करीब कई टिप्स भी दिए कि लोग बिना प्लास्टिक की बोतल से यात्रा कर सकते हैं और अपनी स्वास्थ्य समस्या से दूर रह सकते हैं.

प्लास्टिक की पानी की बोतल क्यों है नुकसानदायक

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पानी की बोतल बनाने के लिए जो मैटेरियल यूज होता है वह एक पॉलीमर है. पॉलीमर यानी कार्बन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन और क्लोराइड से बनकर तैयार होता है. हॉर्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार, ज्यादातर पानी के बोतलों में पॉली कार्बोनेट प्लास्टिक का यूज किया जाता है. आप यह जरूर नोटिस करते होंगे कि पानी के बोतलें थोड़ी लचीली होती हैं और उसमें फाथालेट्स और बीसाफेनॉल-ए (BPA) नाम के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. ये दिल से जुड़ी बीमारियों या डायबिटीज की वजह बन सकते हैं.

कई बीमारियों से पड़ता है जूझना

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीने से जाने-अनजाने में बॉडी में माइक्रोप्लास्टिक घुल रहा है. फ्रंटियर्स डॉट ओआरजी की एक रिपोर्ट के अनुसार, सड़कों पर मिलने वाले बंद बोतलों का पानी गर्म चीजों के संपर्क में आने के बाद बहुत नुकसान करता है.धूप में रखे प्लास्टिक के बोतलों का पानी पीने से सेहत पर काफी नुकसान पहुंचता है. इन बोतलों की वजह से पानी में माइक्रोप्लास्टिक छोड़ने लगती हैं. जैसे ही हम यह पानी पीते हैं तो ये बॉडी के हॉर्मोंस के बैलेंस बनाए रखने वाले एंडोक्राइन सिस्टम को बिगाड़ देता है. अगर आप ऐसा लगातार करते हैं तो इनफर्टिलिटी, अर्ली प्युबर्टी, हॉर्मोनल इम्बैलेंस और लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकता है. माइक्रो प्लास्टिक की वजह से लोगों में कैंसर की समस्या हो रही है.

आखिर कैसे खुद को प्लास्टिक की बोतल से बचाएं

कई ट्रेवल ब्लॉगर का कहना है कि अपने साथ फोल्डेबल बोतल रखे, जिसे कहीं पर आसानी से साथ लेकर सफर किया जा सकता है. चाहे बैग में रखना हो या फिर हाथ में लेकर चलना. इससे आपको बोतल बोझ जैसा महसूस नहीं होगा. ऐसे बोतल आपको ऑनलाइन और लोकल दुकानों पर मिल जाएंगे. आपको जब भी मौका मिले, आप अपनी बोतल को भर लें, क्योंकि जरूरी नहीं आपको दोबारा पानी भरने का कहां पर मौका मिले. आप रेलवे-बस-मेट्रो स्टेशन, लोकल दुकान, होटल या सरकारी-प्राइवेट ऑफिस वगैरह में पानी को रीयूज कर सकते हैं. बिना डरे आप पानी कहीं पर भी मांग सकते हैं.

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