Swastik Ka Mehtav: बेहद चमत्कारी है सही तरह से बना स्वास्तिक, बनाते समय पढ़ें ये मंत्र; बाधाएं होंगी दूर
Advertisement
trendingNow11646329

Swastik Ka Mehtav: बेहद चमत्कारी है सही तरह से बना स्वास्तिक, बनाते समय पढ़ें ये मंत्र; बाधाएं होंगी दूर

Astro Tips: हिंदू धर्म में बहुत से शुभ चिन्हों के लाभ के बारे में बताया गया है. इन चिन्हों में स्वास्तिक का चिन्ह भी शामिल है. कहते हैं कि घर में सही विधि से बना स्वास्तिक का निशान व्यक्ति को सुख-समृद्धि और मां लक्ष्मी की कृपा दिलाता है.

 

फाइल फोटो

Swastik Significance: सनातन धर्म में ऐसे कई पूजनीय चिन्हों का जिक्र किया गया है, जिन्हें  बेहद शुभ माना गया है. वास्तु शास्त्र में भी इनका विशेष महत्व है. कहते हैं कि घर में सही दिशा और सही जगह पर अगर इसे विधिपूर्वक बनाया जाए, तो ये खास शुभ फलदायी होता है. मान्यता है कि इसे घर के मुख्य द्वार पर बनाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और धन में वृद्धि होती है. आइए जानते हैं वास्तु और ज्योतिष के अनुसार स्वास्तिक के लाभ और इसके अर्थ के बारे में.

स्वास्तिक शब्द का अर्थ

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार स्वास्तिक का शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है. इसमें सु का अर्थ है शुभ और अस्ति का अर्थ होना होता है. इसे बनाने का मतलब है कि इससे सभी व्यक्तियों का कल्याण होता है और शुभ हो. ऐसे में हिंदू धर्म के हिसाब से जब भी कोई शुभ कार्य किया जाता है तो स्वास्तिक का प्रयोग किया जाता है. स्वास्तिक को भगवान गणेश का चिन्ह माना जाता है. ऐसे में जानते हैं किस दिशा में स्वास्तिक बनाया जाता है.

इस दिशा में बनाना होता है शुभ

वास्तु शास्त्र में स्वास्तिक सिर्फ सिंदूर या फिर हल्दी से बनाना ही शुभ माना जाता है. लेकिन स्वास्तिक बनाते समय अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, तो ये विशेष रूप से फलदायी होता है. स्वास्तिक घर की पूर्व दिशा में बनाना ही शुभ माना गया है. इसे पूजा स्थान पर बनाएं या फिर घर के मुख्य द्वार पर बनाने  से लाभ होता है. घर में स्वास्तिक बनाने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है. इतना ही नहीं, घर पर कभी भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता.

स्वास्तिक बनाते समय रखें इनका ध्यान

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य द्वार और घर के मंदिर में स्वास्तिक आदि बनाने से घर के वास्तु दोष दूर होते हैं. इसके लिए घर के मुख्य द्वार औक मंदिर के बाहर  हल्दी से स्वास्तिक बनाएं. साथ ही, इसके नीचे शुभ, लाभ भी लिखें. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और व्यक्ति को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है. इसके साथ ही इस बात का भी खास ख्याल रखें कि ये 9 अंगुली लंबा और चौड़ा होना चाहिए.

स्वास्तिक बनाते समय इस मंत्र का करें प्रयोग

ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाः। स्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः॥ स्वस्ति नस्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिः। स्वस्ति नो ब्रिहस्पतिर्दधातु ॥

अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

Trending news