Bharat Jodo Yatra Poster: एक युवा लीडर को मक्का में 'भारत जोड़ो यात्रा' के पोस्टर के साथ फोटो खिंचवाना काफी महंगा साबित हुआ. आख़िर क्या है पूरा मामला,जानने के लिए पढ़िए पूरी ख़बर.
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Youth Congress Leader Prison In Saudi Arabia: मध्य प्रदेश के यूथ कांग्रेस लीडर को हज के सफर के दौरान कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' की हिमायत करना महंगा साबित हुआ. मीडिया की खबरों के मुताबिक, इस लीडर को मक्का की मस्जिद में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के साथ फोटो खिंचवाकर उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए गिरफ्तार किया गया. इसके बाद उसे 8 माह तक जेल में बंद रहना पड़ा. यूथ लीडर के परिवार की कोशिशों के बाद वो जेल से छूटकर अपने वतन वापस लौटा.
फोटो क्लिक कराना पड़ा महंगा
पीड़ित परिवार का इल्जाम है कि सऊदी अरब में भारतीय दूतावास ने उनकी मदद करने के लिए हाथ नहीं बढ़ाए बल्कि उनकी पार्टी ने सऊदी अरब की इंटेलिजेंस एजेंसी को कई मेल किए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.रजा कादरी ने इल्जाम लगाया कि सऊदी अरब में बगैर पैसे दिए कोई काम नहीं होता. उन्होंने बताया कि कैसे उन्हें जेल में रखा गया और इस दौरान उन्हें टॉर्चर से गुजरना पड़ा. पीड़ित नेता ने अपनी दास्तां बयान करते हुए बताया कि 10 फरवरी को हमें अपने वतन लौटना था. मैंने 25 जनवरी को उमराह किया. चूंकि, ग्रुप के सभी लोग फोटो क्लिक करा रहे थे, तो मैंने भी फोटो खिंचवाए.
फेक ईमेल करने का लगाया इल्ज़ाम
रजा ने बताया कि एक फोटो तिरंगे के साथ और दूसरी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के पोस्टर के साथ क्लिक कराई. ये तस्वीरें 26 जनवरी को उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट कर दीं. युवा नेता की इन तस्वीरों को पार्टी के सीनियर लीडरों ने भी शेयर किया. जिसके बाद उनके लिए मुसीबत का दौर शुरू हो गया. 26 जनवरी की रात तकरीबन 2 बजे वीजा कंपनी की ओर से इंटरव्यू लेने के बहाने सऊदी पुलिस की टीम होटल में उनके कमरे में दाखिल हुई और उन्हें अरेस्ट कर लिया. रजा ने बताया कि उनके ऊपर सऊदी अरब के कानून तोड़ने का इल्जाम लगाया गया. साथ ही कादरी ने इल्जाम लगाया है कि एक इंडियन पॉलिटिकल पार्टी के IT सेल ने उनके खिलाफ सऊदी की इंटेलिजेंस को फेक ईमेल किए थे.
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