Gurpatwant Singh Pannun Murder Plot: राष्ट्रपति जो बिडेन ने 22 जून को प्रधानमंत्री मोदी को ऐतिहासिक राजकीय यात्रा पर आमंत्रित किया. इसी दौरान अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश भारतीय रॉ अधिकारी ने की थी.
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Gurpatwant Singh Pannun Murder Plot: अमेरिकी न्याय विभाग ने हत्या की साजिश के मामले में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के खिलाफ आरोप तय किए हैं. यह पूरा मामला अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश से जुड़ा है. अमेरिकी न्याय विभाग ने भारतीय सरकारी कर्मचारी 39 साल के विकास यादव के खिलाफ 'भाड़े पर हत्या की साजिश' और 'मनी लॉन्ड्रिंग' के आरोप भी तय किए हैं.
अमेरिका ने लगाया गंभीर इल्जाम
अमेरिकी न्याय विभाग ने एक बयान में कहा है कि विकास यादव को अमानत के नाम से भी जाना जाता है. विभाग ने कहा कि विकास यादव के साथ हत्या की साजिश में कथित रूप से शामिल एक दूसरे शख्स 53 साल निखिल गुप्ता को पहले ही अमेरिका प्रत्यर्पित किया जा चुका है. अमेरिका का कहना है कि विकास यादव फरार है.
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गारलैंड ने कहा है कि अमेरिकी न्याय विभाग इस पूरे मामले में शामिल किसी भी व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराने की पूरी कोशिश करेगा. पिछले साल हमने भारतीय कर्मचारी विकास यादव और उसके साथी निखिल गुप्ता की अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया था.
अमेरिकी नागरिक के खिलाफ हिंसा नहीं होगी बर्दाश्त
अमेरिकी जांच एफबीआई का कहना है कि एक भारतीय सरकारी कर्मचारी ने कथित तौर पर अपने साथी के साथ मिलकर एक अमेरिकी नागरिक की हत्या की साजिश रची है. एफबीआई किसी भी अमेरिकी नागरिक के खिलाफ हिंसा के किसी भी कोशिश को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी.
कितने रुपये हुई थी डील
अभियोग में आरोप लगाया गया है कि यादव ने निखिल गुप्ता के साथ मिलकर 2023 की गर्मियों में सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रची थी. गुप्ता ने हत्या को अंजाम देने के लिए एक किराए के हत्यारे को काम पर रखा था. अज्ञात व्यक्ति एक एफबीआई मुखबिर था, जिसने इस काम के लिए 100,000 अमेरिकी डॉलर की मांग की और 9 जून, 2023 को एडवांस के रूप में 15,000 अमेरिकी डॉलर दिए गए. पूरी घटना तब हुई जब राष्ट्रपति जो बिडेन ने 22 जून को प्रधानमंत्री मोदी को ऐतिहासिक राजकीय यात्रा पर आमंत्रित किया. अभियोग के अनुसार, यादव ने गुप्ता और किराए के हत्यारे को राजकीय यात्रा से ठीक पहले या उसके दौरान काम न करने के लिए कहा था.