Karuna Jain: विकेटकीपर करुणा जैन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास
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Karuna Jain: विकेटकीपर करुणा जैन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास

Karuna Jain announces retirement: करुणा जैन ने 2005 और 2014 में भारत के लिए पांच टेस्ट, 44 वनडे और नौ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. रिटायरमेंट की घोषणा के साथ हही उन्होंने अपने परिवार, बीसीसीआई और फैंस का शुक्रिया अदा किया है. 

करुणा जैन

बेंगलुरुः भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मशहूर विकेटकीपर करुणा जैन ( wicketkeeper Karuna Jain) ने इतवार को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. करुणा ने 2005 और 2014 में भारत के लिए पांच टेस्ट, 44 वनडे और नौ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं, जिसमें क्रमशः 195, और 987 रन उन्होंने बनाए है.
2004 में अपने वनडे डेब्यू में उन्होंने लखनऊ में वेस्टइंडीज के खिलाफ 64 रन बनाए थे, जिसने उन्हें भारतीय टीम की एक मजबूत खिलाड़ी के तौर पर प्रतिष्ठापित किया था.  
महिला टेस्ट में, उन्होंने स्टंप्स के पीछे 17 आउट किए, जो अंजू जैन के बाद भारतीय कीपरों में दूसरी सबसे अच्छी टैली है, जिन्होंने 23 आउट किए है. बेंगलुरु की विकेटकीपर करुणा ने अपने परिवार के साथ-साथ बीसीसीआई और राज्य संघों का भी शुक्रिया अदा किया, जिनका उन्होंने घरेलू सर्किट में प्रतिनिधित्व किया. 
 

संन्यास की घोषणा करने के बाद करुणा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, ’’मैं इस मौके पर उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, जो शुरू से ही मेरे कोच, सहयोगी स्टाफ और मेरी टीम के साथियों के तौर पर मेरे क्रिकेट यात्रा का और मेरे पूरे करियर का हिस्सा रहे हैं. उनमें से सभी ने मुझे खेल और जिंदगी के बारे में कुछ न कुछ अलग और खास सिखाया है, जिसने मुझे आज एक खिलाड़ी और एक इंसान के तौर पर मुझे गढ़ा है.’’ 

करुणा ने आगे लिखा, ’’मेरा परिवार मेरे इस यात्रा का सबसे बड़ा मददगार और समर्थन है. मेरे भाई के खुद एक क्रिकेटर होने के नाते मेरे लिए खेल को अपनाना आसान रहा. हर बार जब मैंने मैदान में कदम रखा तो मेरे भाई और परिवार ने मैच में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना आसान बना दिया. मैं उनके समर्थन और सहयोग के कारण लंबे अरसे तक खेल खेलना जारी रख सकी और क्रिकेट में कुछ हासिल कर पाई. 
मैं इस मौके पर बीसीसीआई और राज्य संघ का भी शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, जिसका मैंने प्रतिनिधित्व किया है, जिसमें एयर इंडिया, कर्नाटक और पांडिचेरी शामिल हैं. बहुत खुश और संतुष्ट भावनाओं के साथ, क्रिकेट के सभी प्रारूपों संन्यास की घोषणा करने के बाद भी मैं क्रिकेट में योगदान देने के लिए उत्सुक हूं.’’ 

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