नई दिल्लीः पाकिस्तान ने औपचारिक रूप से अफगानिस्तान में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JEM) के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर की मौजूदगी के संबंध में अफगान अधिकारियों को एक पत्र लिखा है.
नंगरहार और कुन्हर में होने की संभावना
पत्र में स्पष्ट किया गया है कि मसूद अजहर के अफगान प्रांत के नंगरहार और कुन्हर इलाकों में होने की संभावना है. इसने मांग की है कि जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख को ढूंढा जाए और पाकिस्तानी अधिकारियों को इसकी सूचना दी जाए और गिरफ्तार किया जाए.
पाकिस्तान की तरफ से यह कदम तब उठाया गया था, जब फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) पाक की ओर से उठाए गए कदमों का निरीक्षण करने वाला था. माना जा रहा है कि पाकिस्तान ने आतंक के खिलाफ कार्रवाई का ये दिखावा इसलिए किया, ताकि वह एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकल जाए.
FATF की ओर से पिछले महीने 5 दिन का पाकिस्तान का दौरा किया गया था. 28 अगस्त से शुरू हुए इस दौरे में आतंक के खिलाफ जमीनी एक्शन की जांच की जानी थी.
मसूद अजहर का नाम वैश्विक आतंकी की सूची में
मसूद अजहर की गिरफ्तारी के लिए पत्र पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से लिखा गया है. हालांकि, इस मामले पर बाद में कोई और विवरण सामने नहीं लाया गया है. 1 मई 2019 को, संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर का नाम वैश्विक नामित आतंकवादियों की सूची में जोड़ा.
जैश को आतंकी संगठन घोषित करने में चीन का रोड़ा
साल 2008 में भारतीय संसद पर हमले के बाद, अमेरिका ने जेईएम को विदेशी आतंकवादी संगठन की सूची में शामिल किया. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से जेईएम और मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित करने मांग कर रहा है, लेकिन चीन इस प्रयास को वीटो कर रहा है.