नई दिल्ली: Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है. मरने वालों की संख्या 12 हजार पार हो चुकी है. इस भारत के विदेश मंत्री का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि जंग किसी समस्या का हल नहीं है. फिलिस्तीन के अलग देश होने की बात भी कही है. टू-स्टेट पॉलिसी को ही समाधान बताया.
जयशंकर बोले- फिलिस्तीन के मुद्दे का हल जरूरी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को इटली में जॉइंट सेक्रेटरी सेशन में कहा है कि 7 अक्टूबर को जो हुआ, वो एक आतंकी गतिविधि है. आतंकवाद को सहन नहीं कर सकते, हम सभी को इसके खिलाफ खड़ा होना होगा. लेकिन फिलिस्तीन के मुद्दे का हल भी निकालना जरूरी है. टू-स्टेट सल्यूशन ही समाधान है. किसी मसले को सुलझाना है तो उसे बातचीत और समझौते से ही सुलझाया जा सकता है. जंग और आतंकवाद समस्या का हल नहीं है.
'आने वाला समय और कठिन'
एस जयशंकर ने दोनों देशों को नसीहत देते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बने मानवीय कानूनों का पालन करना जरूरी है. विपरीत परिस्थिति में संतुलन नहीं खोया जा सकता. आगामी समय और भी कठिन होगा, इसके पीछे कई कारण हैं. दुनिया के कई देश आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. कर्ज बहुत बड़ी समस्या है. रूस-यूक्रेन युद्ध का असर भी दुनिया के हर कोने पर पड़ा है. और इन सबसे ऊपर यूक्रेन जंग का दुनिया के हर कोने पर असर हुआ है।
जनरल असेंबली में नहीं की थी वोटिंग
गौरतलब है कि UN जनरल असेंबली में भी भारत ने जॉर्डन के सीजफायर से जुड़े प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं की थी. भारत का कहना था कि इसमें हमास हमले के बारे में जिक्र नहीं है. बता दें कि पीएम मोदी भी कह चुके हैं कि आतंकवाद से भी को एक होकर लड़ना होगा.
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