IPL 2023: दुनिया की सबसे मशहूर टी20 लीग आईपीएल के 16वें सीजन का आगाज 31 मार्च से होने जा रहा है जिसमें फैन्स एक बार फिर से अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को खेलते हुए देखने जा रहे हैं. इस दौरान एमएस धोनी ने साफ कह दिया है कि यह उनका आखिरी सीजन होने वाला है. इस बीच साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान और आईपीएल में धोनी की कप्तानी में खेल चुके फाफ डुप्लेसिस ने बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि लीग का सबसे बड़ा रणनीतिकार कौन है.
धोनी या कोहली? कौन है बेस्ट स्ट्रैटेजिस्ट
पहले धोनी की कप्तानी में खेल चुके फाफ डुप्लेसिस अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की कमान संभाल रहे हैं जहां पर उनकी मदद पूर्व कप्तान विराट कोहली भी करते नजर आते हैं. फाफ डुप्लेसिस का मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने उन्हें एक लीडर के रूप में उभारने में काफी मदद की. उन्होंने साथ ही पूर्व भारतीय कप्तान को सर्वश्रेष्ठ रणनीतिकारों में से एक करार दिया.
धोनी जैसा कप्तान नहीं बन सकते हैं डुप्लेसिस
डुप्लेसिस आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स का दो बार 2011 से 2015 और फिर 2018 से 2021 तक हिस्सा रहे. वह पिछले सत्र में कप्तान के रूप में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) से जुड़े. डुप्लेसिस ने कहा कि जब उन्होंने महसूस किया कि वह दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ या धोनी जैसे कप्तान नहीं बन सकते तो उन्होंने खुद जैसा बनने का फैसला किया.
डुप्लेसिस ने आरसीबी के पोडकास्ट में कहा, ‘मुझे लगता है कि मेरे लिए (उनके करियर के दौरान) जो वास्तव में अच्छा था, वह यह पता चलना था कि मैं एक कप्तान के रूप में ग्रीम स्मिथ नहीं बनने जा रहा हूं, मैं एक कप्तान के रूप में स्टीफन फ्लेमिंग नहीं बनने जा रहा हूं, मैं कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धोनी नहीं बनने जा रहा. एक व्यक्ति के रूप में मैं जो हूं उसके प्रति सच्चा होने के लिए, मुझे मेरे जैसा होने की आवश्यकता है. क्योंकि यदि आप अपने जैसे नहीं हैं, तो लोग इस पर निशाना साधेंगे, शायद तब नहीं जब आप अच्छा कर रहे हों लेकिन निश्चित रूप से तब जब आप दबाव में होंगे या उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहे होंगे.’
डेब्यू सीजन में फ्लेमिंग से सीखने की होती थी कोशिश
डुप्लेसिस ने कहा कि सीएसके के साथ अपने डेब्यू सीजन के दौरान वह न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और चेन्नई टीम के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग के साथ काफी समय बिताते थे और बस कप्तानी को लेकर उनके दिमाग को पढ़ने की कोशिश करते थे और लीडरशिप स्किल्स की बारीकियों को खुद में उतारने का प्रयास करते थे.
उन्होंने कहा, ‘मेरे पास हमेशा दिग्गज नेतृत्वकर्ताओं से सीखने का यह दृष्टिकोण था, यह (नेतृत्व) हमेशा कुछ ऐसा था जिसके बारे में मैं रोमांचित था. जब मैं शुरू में दक्षिण अफ्रीकी की टीम में आया था तो ग्रीम स्मिथ कप्तान थे. मैं ऐसा था, वाह, यह आदमी जब बोलता है तो उसकी एक अद्भुत उपस्थिति होती है और वह बोलते हुए कमरे में हावी हो जाता है. अपने करियर की शुरुआत में ही मुझे चेन्नई (सीएसके) जाने का मौका मिला. स्टीफन फ्लेमिंग खेल के महान नेतृत्वकर्ताओं में से एक हैं, जाहिर है, न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए भी. अलग पहलू यह था कि वह टीम मैनेजर थे, एक व्यक्ति जो रिश्तों पर काम करता है. सीएसके में अपने पहले सत्र के दौरान मैं उनके (फ्लेमिंग) बगल में बैठा था और उनसे सिर्फ कप्तानी और नेतृत्व के बारे में सवाल पूछे, बस जितना हो सके उतना सीखने के लिए. और फिर उससे ऊपर महेंद्र सिंह धोनी, आप जानते हैं वह खेल को रणनीतिक रूप से कितना अच्छी तरह पढ़ता है. और आप कहते हैं कि वह प्रभावशाली कप्तान है.’
बॉल टैंपरिंग के आरोप से हुआ था काफी आहत
दक्षिण अफ्रीका के इस दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि 2016 की श्रृंखला के दौरान होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में गेंद को चमकाने के लिए ‘अनुचित’ आलोचना की जा रही थी जिससे वह घरेलू टीम को जवाब देने के लिए और अधिक प्रतिबद्ध हो गए थे. दक्षिण अफ्रीका ने दूसरा टेस्ट पारी और 80 रन से जीता था. टीम की कप्तानी कर रहे डुप्लेसिस ने कथित तौर पर मुंह में टॉफी रखकर गेंद पर लार लगाई थी. उन पर मैच फीस का शत प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था लेकिन उन्हें एडीलेड में अगला टेस्ट खेलने की मंजूरी दे दी गई थी.
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